9 अक्तूबर तक रोका रेलवे ने काम, आंदोलन स्थगित

श्रीनगर गढ़वाल। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन निर्माण के दौरान स्थानीय लोगों की अनदेखी को लेकर चल रहा आंदोलन 9 अक्तूबर तक स्थगित कर दिया गया है। तब तक रेलवे भी परियोजना का काम नहीं करेगा। नौ अक्तूबर को ऋषिकेश में रेलवे और प्रभावितों के बीच बैठक होगी। इसके बाद प्रभावित आगे की रणनीति तय करेंगे। पिछले दिनों से रेलवे प्रभावितों के हक में आंदोलन चला रहे पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी ने श्रीनगर में पत्रकार वार्ता में रेलवे की ओर से संबंधित जिलाधिकारियों को दिए जा रहे फंड में बड़े भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। नैथानी का आरोप है कि संबंधित जिलों के विधायक और मंत्री जिलाधिकारियों के माध्यम से संबंधित फंड को मनमाने ढंग से बांट रहे हैं और इसका फायदा प्रभावितों को नहीं मिल रहा है।
मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि लगातार रेलवे का कार्य बाधित कर स्थानीय युवाओं के रोजगार, रेलवे में निर्माण संबंधी कार्य में स्थानीय वाहनों को लगाने, प्रभावितों को उचित मुआवजा देने, ब्लास्टिंग से लोगों के घरों को हो रहे खतरे पर मुआवजा देने सहित कई ऐसे काम है, जो रेलवे नहीं कर रहा है। कांग्रेस के आह्वान पर जगह-जगह रेलवे का कार्य बाधित है, तो रेलवे के अधिकारियों ने व्यासी में पहुंचकर यह बात रखी कि 9 अक्तूबर को ऋषिकेश में समस्त प्रभावित क्षेत्र के लोगों की बैठक होगी। जिसमें रेलवे के अधिकारी, संबंधी कंपनियों के अधिकारी एवं प्रभावित रहेंगे। बैठक में लोगों की समस्याओं का समाधान निकल गया तो ठीक है, नहीं तो नौ अक्तूबर के बाद फिर से कांग्रेस रेलवे काम बंद करेगी। जीवीके कंपनी के सवाल पर छह अक्तूबर को बैठक में मांगों पर कार्यवाही नहीं हुई तो कंपनी का पॉवर हाउस बंद किया जायेगा। चाहे प्रशासन कोई भी धारा लगा दे। पीसी में कांग्रेस पीसीसी सदस्य वीरेन्द्र नेगी, रघुवीर भंडारी, मोहनानंद डोभाल, भगत डागर, लाल सिंह नेगी, मीना रावत, राजेश जुगराण, नवीन पुंडीर, रामलाल नौटियाल, दिनेश भंडारी, गीता लाल, रघुवीर मौजूद थे।