तीन दिसवीय वसंत पंचमी मेला हुआ सम्पन्न
नई टिहरी। जन जागृति एवं लोक संरक्षण समिति की ओर से घनसाली में आयोजित तीन दिवसीय बसंत पंचमी मेले के समापन पर लोक कलाकारों, स्कूली छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम तथा कवियों ने कविताओं की प्रस्तुति देकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम का लुप्त उठाने के लिये दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी। तीन दिसवीय वसंत पंचमी मेले के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि घनसाली विधायक शक्तिलाल शाह ने मेले का समापन करते हुये कहा कि लोक संरक्षण समिति के द्वारा आयोजित मेले से स्थानीय लोक संस्कृति एवं परपंराओं को जीवित रखने का जो कार्य किया वह सराहनीय है। उन्होंने कहा समिति प्रत्येक वर्ष मेले का आयोजन कर हमारी संस्कृति को और आगे बढ़ाने का काम करें, उन्होंने समिति के पदाधिकारियों को मेले के सफल आयोजन की शुभकामना दीं। विशिष्ट अतिथि भिलंगना ब्लॉक प्रमुख बसुमती घनाता कहा सभी को प्रयास करना चाहिए कि अपनी पौराणिक संस्कृति को आगे बढ़ाये। पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन से हमारी आने वाली पीढ़ी हमारी पौराणिक संस्कृति के बारे में जानने का मौका मिलता है। स्थानीय विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने नंदा देवी की झांकी, लोक नृत्य, लोकगीत और नाटकों की प्रस्तुति देकर दर्शकों का मनमोह लिया। कवि बेलीराम कंसवाल ने देहरादून मां रतिकाली घुघुती न नींद बिजाली, कवि मुरली दीवान ने खेतीपाती कर भुला गोरु बाछलु पाला भुला, मधु स्वादिनी तिवाड़ी, हरीश बडोनी और साक्षी बडोनी, विक्रम कपरवाण और मनोज रमोला ने भी अपनी कविताऐं प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब मनोरंजन किया। समिति की ओर से कौथिग मेले में बेहतर प्रस्तुति देने वाले छात्रों और कलाकारों को प्रमाण पत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। मौके पर समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश भुजवान ,सचिव मोहनलाल डंगवाल, मुरारी लाल गैरोला, जयवीर मिंया, रामकुमार कठैत, कमल सिंह सजवाण, ङोल चौहान, चंद्रमोहन नौटियाल, कमान सिंह पंवार, विशाल नैथानी, साक्षी बडोनी, बेलीराम कंसवाल, केशव गैरोला, रघुनाथ रावत आदि मौजूद थे।