प्रदेश बना अवैध शराब और नशे का अड्डा: यशपाल आर्य

हरिद्वार। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाया है कि प्रदेश अवैध जहरीली शराब और नशे का अड्डा बन चुका है। प्रैस को जारी बयान में यशपाल आर्य ने कहा कि हरिद्वार के शिवगढ़ और फूलगढ़ गांव में कच्ची शराब ने कई लोगों की जान ले ली। अवैध नशे का कारोबार करने वाले माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण के चलते तमाम जांचों के बाद भी आज तक न अवैध जहरीली शराब का कारोबार रुका है न ही इनके पीछे की बड़ी मछलियों को जेल भेजा गया है। उन्होने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले 5 साल से अधिक समय से भाजपा की सरकार है। दोनों राज्यों में 5 सालों में अवैध जहरीली शराब से सैकड़ों लोगों की मौत हुई है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2019 में हरिद्वार जिले के भगवानपुर के झबरेड़ा थाने के बल्लुपुर आदि गांव में 44 लोगों की मौत अवैध शराब के सेवन से हुई थी। भगवानपुर अवैध शराब कांड में जो लोग पीड़ित हुए उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए तक एंबुलेंस तक उपलब्ध नही हो पाई थी। आज उन गरीबों के मासूम बच्चे दर दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं। शराब कांड की विधानसभा समिति से जांच करवाई गई। लेकिन आज तक ये पता नही चला कि आखिर इस कांड के पीछे कौन था और किस विभाग की जिम्मेदारी इस अवैध रसायन को रोकने की थी। उन्होंने बताया कि केवल भगवानपुर में ही नही बल्कि इसी समय पड़ोस के उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, मेरठ और कुशीनगर में भी अवैध शराब कांड हुआ जिसमें लगभग 100 लोगों की मौत हुई।

आर्य ने आरोप लगाया कि तब सरकार ने दावा किया था कि अवैध शराब के व्यापार को रोकने के लिए कानून लाएंगे। परंतु इस घटना के 7 महीने बाद ही सितंबर 2019 में राजधानी देहरादून में 6 लोगों की मौत अवैध जहरीली शराब से की सेवन करने से हुई। इस कांड में गिरफ्तार व्यक्ति का संबंध भारतीय जनता पार्टी से था। राज्य में अवैध शराब और नशीले पदार्थों का व्यापार दीमक की तरह फैल रहा है। अवैध शराब की बिक्री रुक नहीं रही है। हरिद्वार में जहरीली शराब का आतंक है। पहले भगवानपुर और अब फूलगढ़ व शिवगढ़ में जहरीली शराब से मौतें हुई हैं। जहरीली शराब के सौदागर जो भी हों उन पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।

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