वार्ड बॉय ने की अस्पताल में फाँसी लगा आत्महत्या

रुडकी। वार्ड बॉय ने अस्पताल के जनरल वार्ड में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शव देखकर अस्पताल कर्मियों की चीख निकल गई। शोर-शराबा सुनकर अस्पताल में लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर राजपूताना निवासी चंद्रपाल उर्फ घसीटाराम (30) पुत्र रणवीर सिंह आजाद नगर चौक के पास स्थित निजी अस्पताल में वार्ड बॉय के पद पर कार्यरत था। शनिवार रात करीब नौ बजे चंद्रपाल परिवार के साथ दिवाली मनाकर ड्यूटी के लिए अस्पताल आ गया था। रविवार सुबह करीब नौ बजे के आसपास कर्मचारियों ने चंद्रपाल के फोन पर संपर्क किया। लेकिन काफी देर तक फोन रिसीव नहीं हो पाया। अनहोनी की आशंका पर वह जनरल वार्ड पहुंच गए। देखा कि चंद्रपाल का शव बेड शीट के फंदे से पंखे से लटका है। कर्मचारियों की चीख सुनकर लोग मौके पर पहुंचे। सूचना पुलिस और परिजनों को दी गई। पुलिस ने परिजनों के सामने चंद्रपाल के शव को पंखे से नीचे उतारा। उपनिरीक्षक ने पंचनामा भरकर चंद्रपाल के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इंस्पेक्टर मनोज कुमार मैनवाल ने बताया कि बार्ड बॉय का शव अस्पताल से बरामद किया गया है। वार्ड बॉय ने जनरल वार्ड में पंखे से चादर का फंदा लगाकर आत्महत्या की है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

मातम में बदली खुशियां: वार्ड बॉय चंद्रपाल सालों से सलेमपुर राजपूताना में अपने मामा के यहां परिवार के साथ रह रहा था। मां, पत्नी और दो बच्चे एक साथ रहते थे। परिजनों के अनुसार दिवाली मनाकर चंद्रपाल रविवार रात करीब 9:30 बजे अस्पताल पहुंचा था। चंद्रपाल अस्पताल में रात्रि कर्मचारी था। रात परिवार के साथ खाना खाया और ड्यूटी के लिए चला गया था। आत्महत्या के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चे, पत्नी और बूढ़ी मां के अलावा अन्य परिचित एक दूसरे को सांत्वना देने में लगे हैं। मोर्चरी के बाहर लोगों की भीड़ लगी है। अचानक खुशियां मातम में बदल जाएंगी, यह किसी ने सोचा भी नहीं था।

परिजनों ने कोतवाली में तहरीर दी: परिजनों की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई है। तहरीर में बताया गया है कि चंद्रपाल को कोई परेशानी नहीं थी। वह हंसी-खुशी दिवाली मनाकर शनिवार रात ड्यूटी पर गया था। लेकिन अचानक उसके आत्महत्या करने की कोई ऐसी वजह घर में नहीं है। दंपत्ति में भी कोई मनमुटाव नहीं था। आशंका जताई जा रही है कि अस्पताल प्रबंधक या अन्य कर्मचारियों के उत्पीडऩ से कहीं चंद्रपाल ने आत्महत्या तो नहीं की है। इंस्पेक्टर मनोज कुमार मैनवाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।


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