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विज्ञान ज्योति प्रशिक्षण कार्यशाला में छात्राओं ने सीखे विज्ञान के प्रयोग

अल्मोड़ा। मानसखण्ड विज्ञान केंद्र स्यालीधार में बुधवार को एक दिवसीय विज्ञान ज्योति हैंड्स-ऑन प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में अल्मोड़ा के जवाहर नवोदय विद्यालय ताड़ीखेत, राजकीय इंटर कॉलेज ताड़ीखेत और केंद्रीय विद्यालय रानीखेत की 50 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यशाला के मुख्य अतिथि आईटीबीपी अल्मोड़ा के कमांडिंग ऑफिसर पुनीत सचदेवा ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में छात्राओं का योगदान महत्वपूर्ण है। विशिष्ट अतिथि जी.बी. पंत पर्यावरण संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अशोक कुमार साहनी ने कहा कि ये कार्यशालाएं विद्यार्थियों को वैज्ञानिक सोच विकसित करने और उन्हें पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती हैं। यूकोस्ट के एमेरिटस वैज्ञानिक डॉ. एस.एस. सामंत ने कहा कि विज्ञान ज्योति जैसे कार्यक्रम छात्राओं को नई सोच और नवाचार की दिशा में प्रोत्साहित करते हैं, जिससे वे भविष्य में समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। इस अवसर पर मानसखण्ड विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. नवीन चन्द्र जोशी ने कहा कि विज्ञान ज्योति कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और जिज्ञासा को प्रोत्साहित करना है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यशालाओं से बच्चों को वैज्ञानिक विधियों का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त होता है, जिससे वे न केवल अपने शैक्षणिक प्रदर्शन में सुधार करते हैं बल्कि भविष्य में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में योगदान देने के लिए प्रेरित होते हैं। कार्यशाला के सफल आयोजन में मानसखण्ड विज्ञान केंद्र के प्रदीप तिवारी, मनीष पालीवाल, तमन्ना जोशी, भास्कर मिश्रा, संजय कनवाल, उमेश कुमार और पारस कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यशाला के दौरान छात्राओं को कोडिंग और रोबोटिक्स, खाद्य मिलावट और विज्ञान के जादू पर आधारित कार्यक्रम भी देखने का अवसर मिला, जिसने उनकी रुचि और ज्ञान को और अधिक बढ़ाया। विज्ञान ज्योति अल्मोड़ा के कार्यक्रमों की समन्वयक रश्मि पांडेय ने कहा कि वह भविष्य में भी मानसखण्ड विज्ञान केंद्र में विज्ञान ज्योति के विभिन्न कार्यक्रम को कराना चाहेंगी।


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