वेद ज्योतिष-वैदिक गणित भी नए सत्र से डिग्री कॉलेजों में पढ़ सकेंगे छात्र, जानें क्या हो रही प्लानिंग

देहरादून।  उच्चशिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, ने  बताया कि राज्य के डिग्री कॉलेजों में नए सत्र से वेद, ज्योतिष व वैदिक गणित के पाठ्यक्रम शुरू कराने के लिए कुविवि को पाठ्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जल्द ही शिक्षाविदों की राय से पाठ्यक्रम तैयार कर उन्हें प्रदेशभर के डिग्री कॉलेजों में शुरू कर दिया जाएगा। श्री रावत बुधवार को समाचार एजेंसी आरएनएस संवाददाता से बात कर रहे थे।
उन्‍होंने बताया कि राज्य में नए शिक्षा सत्र से वेद, ज्योतिष और वैदिक गणित के पाठ्यक्रम शुरू किए जाने के लिए शासन स्तर पर पहल शुरू कर दी गई है। तीनों विषयों के पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। कमेटी में शामिल सदस्यों ने पाठ्यक्रम तैयार करना शुरू कर दिया है। पाठ्यक्रम तैयार करने से पहले कमेटी के सदस्य प्रदेशभर में शिक्षाविदों की राय लेंगे।

शिक्षाविदों की राय के बाद ही पाठ्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। साथ ही योग पाठ्यक्रम को भी प्रदेश के अधिक से अधिक कॉलेजों में शुरू किया जाएगा। नए सत्र से प्रदेशभर के डिग्री कॉलेजों में लागू होने वाली नई शिक्षा नीति के तहत ही नए पाठ्यक्रम तैयार किए जाएंगे। नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा, च्वाइस बेस एजुकेशन, क्रेडिट बेस सिस्टम व रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा।

ई-ग्रंथालय में 40 लाख पुस्तकें अपडेट
उच्चशिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि डिग्री कॉलेजों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के क्रम में ई-ग्रंथालय तैयार कर लिया गया है। जिसमें 40 लाख पुस्तकें अपडेट की गई हैं। ई-ग्रंथालय की यह पुस्तकें विद्यार्थियों के लिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार को मददगार साबित होंगी। कालेजों में बेहतर की जा रही नेट कनेक्टिविटी से छात्र-छात्राओं को इसका फायदा मिलेगा।


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