उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान का छठा चरण आज

पूर्वांचल के 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर होगी वोटिंग

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान का आज छठा चरण है। पूर्वांचल के 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्रों तक पहुंच गई हैं। मतदान सुबह 7 बजे शुरू होगा। यूपी चुनाव के छठे चरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर के साथ ही अंबेडकर नगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संत कबीरनगर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया और बलिया जिले में वोट डाले जाएंगे। गोरखपुर जिले की नौ, अंबेडकर नगर जिले की पांच, बलरामपुर जिले की चार, सिद्धार्थनगर जिले की पांच विधानसभा सीटों के लिए मतदान अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। बस्ती जिले की पांच, संत कबीरनगर की तीन, महराजगंज की पांच, कुशीनगर, देवरिया और बलिया जिले के सात-सात विधानसभा क्षेत्रों के मतदाता अपना निर्णय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में कैद करेंगे। मतदान के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड्स के साथ ही अर्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात किए जाएंगे।
पुलिस के अनुसार, इस चरण में 10 जिलों की 57 विधानसभा सीटों पर 1.5 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे, जहां 2.1 करोड़ लोग मतदाता हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बयान में कहा कि 179 थाना क्षेत्रों के 13,930 मतदान केंद्रों और 25,319 मतदान स्थल पर मतदान होगा। पुलिस ने कहा, नौ विधानसभा क्षेत्रों- गोरखपुर शहर, बांसी, इटावा, डुमरियागंज, बलिया नगर, फेफना बैरिया, सिकंदरपुर और बांसडीह को संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। पुलिस के अनुसार, छठे चरण में, कुल 824 मजरों और इलाकों को संवेदनशील के रूप में चिह्नित किया गया है, जबकि 2,962 मतदान स्थलों को जोखिम वाला माना गया है। पुलिस ने कहा कि विशेष रूप से महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के वास्ते कुल 109 पिंक बूथ (महिला बूथ) बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों पर 259 महिला कांस्टेबल या हेड कांस्टेबल के अलावा 19 महिला निरीक्षकों या उप निरीक्षकों को तैनात किया गया है। पुलिस ने कहा, छठे चरण में मतदान के सुचारू संचालन के लिए सभी 13,930 मतदान केंद्रों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) द्वारा कवर किया जाएगा, जिसके लिए सीएपीएफ की 850 कंपनियां आई हैं। अधिकारियों के अनुसार, सीएपीएफ की एक कंपनी में आमतौर पर लगभग 70-80 कर्मियों की परिचालन क्षमता होती है। पुलिस ने कहा कि इनमें से 797 सीएपीएफ कंपनियां बूथ ड्यूटी के लिए लगाई जाएंगी, जबकि 44 को कानून-व्यवस्था के लिए तैनात किया जाएगा।