यूओयू मुख्यालय गेट पर आक्रोशित युवाओं का प्रदर्शन

हल्द्वानी। तकनीकी प्रशिक्षण कोर्स के नाम पर फर्जी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा देने का आरोप लगाते हुए युवाओं ने बुधवार को हल्द्वानी स्थित उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) मुख्यालय परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान यूओयू और सहयोगी कंपनियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। मामला शांत कराने पहुंचे विवि के अफसरों को बैरंग लौटना पड़ा। हालांकि, बाद में कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी से मिले आश्वासन पर युवा शांत हुए। कुलपति ने भरोसा दिलाया कि मामले की जांच कर आगे निर्णय लिया जाएगा।
कांग्रेसी नेता हरीश पनेरू की अगुवाई में यूओयू के पूर्व छात्र-छात्राएं बुधवार को तीनपानी स्थित मुख्यालय के गेट पर एकत्र हुए। आरोप लगाया कि 2010, 2011 में यूओयू ने अपने सहायक केंद्र ‘स्मार्ट स्किल हल्द्वानी की मदद से पंतनगर-गुरुग्राम की कई ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ मिलकर गोपनीय तरीके से एमओयू किया। इसके बाद युवाओं को मौखिक रूप से स्थायी नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया गया। आरोप है कि कोर्स पूरा होने के बाद नौकरी नहीं दी गई। ऊपर से फर्जी सर्टिफिकेट और डिप्लोमा थमा दिए गए। युवाओं ने आरोप लगाया कि जो कोर्स शुरू किया गया था उसका कोई ट्रेड तो दूर यूजीसी से मान्यता तक नहीं है। ऐसे में सरकारी और प्राइवेट संस्थान में कहीं भी नौकरी के लिए आवेदन नहीं हो पा रहा है। सैकड़ों छात्र छात्राएं बीते दो साल से बेरोजगार हैं। युवाओं के प्रदर्शन के दौरान उनसे बातचीत के लिए यूओयू के अफसर पहुंचे, लेकिन कोई बात नहीं हुई। बाद में सभी को वार्ता के लिए कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी के पास ले जाया गया। जहां युवाओं ने कुलपति से अपने सर्टिफिकेट और डिप्लोमा की मान्यता के बारे में सवाल पूछे। बताया कि सभी युवा पिछले 1 साल से अपनी समस्या के समाधान की मांग डीएम-एसएसपी ऊधम सिंह नगर, लेबर कोर्ट कमिश्नर रुद्रपुर, कुमाऊं कमिश्नर नैनीताल के समक्ष भी उठा चुके हैं। कुलपति प्रो. नेगी ने कहा कि 29 दिसंबर को एक टीम गठित कर मामले की जांच की जाएगी। उसके बाद ही आगे की जानकारी दी जा सकेगी।

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