
पिथौरागढ़(आरएनएस)। आदि कैलाश क्षेत्र में अल्ट्रा मैराथन (दो नवंबर) के दौरान गुंजी से ज्योलिंगकांग तक 10 एंबुलेंस तैनात रहेंगी। धावकों के स्वास्थ्य परीक्षण और इलाज के लिए विशेषज्ञ चिकित्सक भी तैनात रहेंगे। यदि धावकों को कोई समस्या हुई तो इन्हें हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू करने की व्यवस्था भी की जा रही है। डीएम आशीष भटगांई ने अल्ट्रा मैराथन की तैयारियों की जानकारी देते हुए यह बात कही। सोमवार को डीएम ने कलक्ट्रेट में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि आदि कैलाश क्षेत्र में अल्ट्रा मैराथन का आयोजन ऐतिहासिक होगा। इससे इस क्षेत्र को विश्व भर में नई पहचान मिलेगी। उन्होंने बताया कि मैराथन की सभी तैयारियां पूरी कर लीं गई हैं। मैराथन में देश के विभिन्न हिस्सों के 800 धावक प्रतिभाग करेंगे। डीएम ने बताया कि उच्च हिमालयी क्षेत्र आदि कैलाश में विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच मैराथन में भाग लेने वाले धावकों की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इनके स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से तैयारियां की गई हैं। मैराथन रूट पर गुंजी से ज्योलिंगकांग तक जगह-जगह 10 एंबुलेंस और विशेषज्ञों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की जाएगी। यदि किसी भी धावक का स्वास्थ्य बिगड़ा तो उसे रेस्क्यू करने के लिए हेलिकॉप्टर भी तैनात रहेगा।
होम स्टे में रहेंगे धावक: डीएम ने बताया कि धावकों के ठहरने की व्यवस्था होम स्टे में होगी। आईटीबीपी और सेना ने भी अपने कैंपों में धावकों को ठहराने की व्यवस्था की है। डीएम ने बताया कि धावकों का गहनता से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा जिसमें फिट धावकों को ही प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी।





