उत्तराखण्ड, यूपी, हरियाणा व हिमाचल के पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने बार्डर मीटिंग कर बनायी कांवड़ियों को रोकने की रणनीति

प्रतिबंधों का उल्लंघन कर हरिद्वार आने वाले कांवडिय़ों को किया जाएगा 14 दिन क्वारंटीन

हरिद्वार। कांवड़ यात्रा प्रतिबंधित किए जाने के बाद उत्तराखण्ड, यूपी, हरियाणा व हिमाचल के पुलिस अधिकारियों ने बार्डर मीटिंग का आयोजन कर कांवड़ियों का प्रवेश रोकने के लिए रणनीति पर विचार विमर्श किया। उत्तराखण्ड पुलिस के आईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी.मुरूगेशन की अध्यक्षता में मेला नियंत्रण भवन में आयोजित बैठक में उत्तराखण्ड, हरियाणा व हिमाचल  पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के अलावा रेलवे पुलिस के अधिकारी भी मौजूद रहे।  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस. ने बाहरी राज्यों से आए अधिकारियों का स्वागत किया। बैठक का संचालन पुलिस अधीक्षक अपराध एवं ट्रैफिक प्रदीप राय ने किया। बैठक में कोविड -19 की तीसरी लहर को देखते हुए कांवड मेले को प्रतिबन्धित किये जाने के सम्बन्ध में विचार विमर्श करते हुए तय किया गया कि सभी राज्य कांवड़ लेने हेतु हरिद्वार आने वाले कावडिय़ों को अपने अपने राज्यों में भली भांति ब्रीफ करते हुए रोकने की व्यवस्था करेंगे। साथ ही बॉर्डरों पर पर्याप्त मात्रा में पुलिस एव प्रसाशन के अधिकारी एवं कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। प्रतिबंधों का उल्लंघन कर कांवड़ लेने आने वाले कांवडिय़ों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जाए।  इसके बावजूद यदि कोई कांवडिय़ा हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के क्वारंटीन किया जाएगा। बैठक में रेलवे के अधिकारियों को भी अवगत कराया गया कि रेलवे स्टेशन एंव अन्य माध्यमों से भी जनहित में कांवड़ म ेला प्रतिबंधित किए जाने का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करें। जिससे कि सभी राज्यों के शिव भक्तों को जानकारी मिल सके। साथ ही सीमाओं पर एसपीओ की तैनाती भी की जाये। जानकारी के अभाव में कोई शिव भक्त आ जाता है तो उनके साथ दुव्र्यवहार न करते हुए उन्हे समझाकर वापस भेजा जाए। उपस्थित अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि राज्यों के बोर्डरों पर प्रयाप्त मात्रा पुलिस बल नियुक्त किया जाये जिससे की किसी भी प्रकार से शान्ति व्यवस्था प्रभावित न हो पाये।  आयोजित समन्वय बैठक में सभी राज्यों के पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों द्वारा पूरा सहयोग देने पर सहमति दी गई साथ ही यह भी अवगत कराया गया कि सभी बॉर्डर पर राजपत्रित अधिकारियों की भी नियुक्ति की जाएगी। जिससे कि किसी प्रकार से शांति व्यवस्था प्रभावित होने पर सम्बन्धितों के विरुद्ध तत्काल मौके पर आदेश प्राप्त कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही अमल में लाई जा सके। बैठक में उत्तराखण्ड पुलिस के डीआईजी डा.निलेश भरणे, जीआरपी के एसपी डा.मंजूनाथ, एसपी ट्रेफिक देहरादून स्वपन किशोर सिंह, एडीशनल एसपी जीआरपी मनोज कत्याल, पूजा वशिष्ठ अपर पुलिस अधीक्षक पानीपत, विवेक कुमार एडीएम सहारनपुर, सुमित सिंह एसडीएम करनाल, पंजक गेरोला सीओ मंगलौर, विवेक कुमार सीओ लक्सर, राकेश रावत सीओ बुग्गावाला, हंसराज सीओ सोनीपत हरियाणा, वीर बहादुर सीओ पोंटा साहेब हिमाचल, बिजेन्द्र दत्त डौभाल सीओ श्यामपुर/ ट्रेफिक, अभय प्रताप सिंह सीओ सिटी हरिद्वार एवं अन्य पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित रहे।