स्वरोजगार की तकनीक सीखने में लगी महिलाएं

बागेश्वर। गरुड़ तहसील के भगरतोला के तमाम गांवों की महिलाएं इन दिनों स्वरोजगार की तकनीक सीखने में लगी हैं। उन्हें दि हिमालयन ट्रस्ट की ओर से हस्त बुनाई मशीन का कार्य सिखाया जा रहा है। 15 दिवसीय शिविर में महिलाओं को पिरूल (चीड़ की पत्ती) से उपयोगी सामान बनाने के गुर भी सिखाए जा रहे हैं। द्यौनाई में लगे शिविर में भगरतोला न्याय पंचायत के कई गांवों की महिलाएं भागीदारी कर रही हैं। कार्यक्रम समन्वयक रमेश उपाध्याय ने बताया कि बुनाई का काम मुख्यत: सभी महिलाएं करती है, लेकिन मशीन की मदद से इसे बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इससे काम जल्दी होगा और महिलाएं अच्छी आय भी अर्जर कर सकेंगी। प्रशिक्षण ले रही महिलाओं ने बताया कि शिविर में वह बुनाई के अलावा पिरूल से पेन स्टेंड, कप स्टेंड और टोकरी आदि बनाने के गुर भी सीख रही हैं। उन्होंने बताया कि खेतीबाड़ी के साथ वह प्रशिक्षण लेकर छोटे स्तर से स्वरोजगार की शुरूआत कर सकते हैं। उन्होंने प्रशिक्षण से सीखे ज्ञान का सदुपयोग कर आत्मनिर्भर बनने की बात कही। शिविर में तकनीकी सहायक सरस्वती अग्रवाल, प्रेरक सुनीता साह, मनवर बिष्ट के साथ प्रशिक्षणार्थी बीना कांडपाल, सरिता देवी, चांदनी बोरा, माया नेगी, मंजू बोरा, तनुजा, आरती, पूजा आदि मौजूद रहे।