विश्वविद्यालय में अराजकता पर नियंत्रण की मांग, उछास ने सौंपा ज्ञापन

अल्मोड़ा। सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में लंबे समय से बने अराजक माहौल और बिगड़ते शैक्षिक वातावरण को लेकर उत्तराखंड छात्र संगठन (उछास) ने शनिवार को कुलपति कार्यालय पहुंचकर विश्वविद्यालय प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा। संगठन ने प्रशासन से विश्वविद्यालय परिसर में व्याप्त अव्यवस्था पर अविलंब नियंत्रण की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की निष्क्रियता और अदूरदर्शिता के कारण परिसर दिनोंदिन अराजकता और गुंडागर्दी का केंद्र बनता जा रहा है। इससे न केवल पठन-पाठन का माहौल प्रभावित हो रहा है, बल्कि आम छात्र-छात्राएं मानसिक रूप से परेशान हैं। संगठन ने चेताया कि यदि जल्द आवश्यक कदम नहीं उठाए गए, तो छात्र समुदाय आंदोलन के लिए बाध्य होगा। प्रतिनिधिमंडल ने कुलपति और कुल सचिव को सौंपे ज्ञापन में स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय बनने के बाद से ही यहां निरंतर अव्यवस्था और संगठनों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे न केवल विश्वविद्यालय की गरिमा प्रभावित हो रही है, बल्कि अल्मोड़ा शहर में भी चिंता का माहौल है। उछास की संयोजक भावना पांडे ने कहा कि शिक्षा का मंदिर कहे जाने वाले विश्वविद्यालय में इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और प्रशासन को गंभीरता से इस ओर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द ठोस कार्रवाई नहीं की, तो उछास अन्य छात्र संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष को मजबूर होगा। ज्ञापन सौंपने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में उछास के कोषाध्यक्ष भारतेंदु भाकुनी, मीडिया प्रभारी मयंक, आशा साह, पंकज सहित कई अन्य छात्र-छात्राएं शामिल रहे।

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