सिपाही से अफसर बने तेलपुरा के अविनाश राणा
विकासनगर। तेलपुरा निवासी अविनाश राणा ने पहले बतौर सिपाही भर्ती होकर परिवार की सैन्य परंपरा को निभाया और अब अफसर बनकर अपने परिवार का मान बढ़ाया है। उनके परिवार की यह पांचवीं पीढ़ी है जो भारत की सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार हो चुकी है। बचपन से ही अविनाश अपने परिवार में सैन्य परंपरा और देशभक्ति के जज्बे को देखा। दादा के बाद पिता और चार चाचा सेना में रहकर देश की सीमाओं की रक्षा कर चुके हैं। शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद पिता सूर्य बहादुर राणा और माता गोविंदी देवी ने अपने बेटे को तमगे पहनाकर परिवार की सैन्य परंपरा का निर्वहन करते देश की रक्षा के लिए तैयार किया। सिपाही से सेना में अधिकारी बनने पर ग्रामीणों में भी खुशी का माहौल है। अविनाश वर्ष 2014 में इंटर पास करने के बाद गोरखा रायफल में बतौर सिपाही भर्ती हो गए। चार साल तक सिपाही के तौर पर देश की सेवा करने के बाद उन्हें आर्मी कैडेट कॉलेज ने कॉलेज ने उन्हें सेना में अफसर बनने का अवसर दिया। कठिन परिश्रम और लगन के बाद उनका चयन 2018 में भारतीय सैन्य अकादमी के लिए हुआ। शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद वह बतौर लेफ्टिनेंट सेना में शामिल हो गए। अविनाश ने बताया कि उनके दादा राम बहादुर राणा भी भारतीय सेना में रह चुके हैं, जबकि पिता सूर्य बहादुर सेना से ऑनरेरी कैप्टेन सेवानिवृत्त हुए हैं। ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान सुखदेव फर्सवाण, नारायण सिंह फर्सवाण, बल बहादुर थापा, राजू थापा, शोभा देवी, लक्ष्मण आदि मौजूद रहे।