शिक्षा प्रेरकों ने की रोजगार देने की मांग तेज

बागेश्वर। दो साल बैठे शिक्षा प्रेरकों ने रोजगार देने की मांग तेज कर दी है। उन्होंने नई शिक्षा नीति में प्रौढ़ शिक्षा के नये कार्यक्रम शुरू करने और हरएक ग्राम पंचायत में पूर्व की तरह प्रेरकों को नियुक्ति देने की मांग की। वेणमाधव मंदिर प्रांगण में शिक्षा प्रेरकों की बैठक हुई। संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष महेश चंद्र मिश्रा ने बैठक की अध्यक्षता की। वक्ताओं ने कहा कि साक्षर भारत कार्यक्रम के तहत साल 2016 से 2018 तक जिले के हर गांव में एक महिला और एक पुरुष प्रेरक की तैनाती की गई थी। अचानक कार्यक्रम को बंद कर दिया गया। इसके बाद से प्रेरक बेरोजगार बैठे हैं। उन्होंने कहा कि मात्र दो हजार रुपये मानदेय में घरबार चला रहे प्रेरकों की रोजी रोटी सरकार ने बंद कर दी। इसके बाद से उनकी सुध नहीं ली गई है। उन्होंने सरकार से नई शिक्षा नीति में प्रेरकों के लिए भी रोजगार खोलने की मांग की। गांवों में पढऩा लिखन कार्यक्रम के तहत प्रौढ़ शिक्षा में नये कार्यक्रम शुरू कर बेरोजगार प्रेरकों को रोजगार देने को कहा। बैठक में बलवंत सिंह रावत, नंदन रौतेला, पुष्पा रौतेला, रेखा आर्या, मीना खेतवाल, हसी देवी, शोभा, दीपा, नंदी देवी, नवीन चंद्र, मीना नगरकोटी आदि मौजूद रहे।