
विकासनगर। शीशमबाड़ा प्लांट के खिलाफ पछुवादून संयुक्त समिति, स्थानीय लोगों और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सेलाकुई बाजार से लेकर शीशमबाड़ा प्लांट तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान काले झंडे हाथ में लिए प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम देहरादून और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बुधवार सुबह दस बजे पछुवादून संयुक्त समिति के नेतृत्व में स्थानीय निवासी, पूर्व सैनिक संगठन, उद्योग व्यापार मंडल, महांकाल सेवा समिति, गढ़वाल सभा, बाहती समाज, खाटू श्याम सेवा समिति के लोग शहीद सतेंद्र चौक के समीप एक कांपलेक्स परिसर में एकत्र हुए। यहां से प्रदर्शनकारी हाथों में काले झंडे और तख्तियां लेकर रैली लेकर पेट्रोल पंप पहुंचे। पेट्रोल पंप से रैली मेन बाजार सेलाकुई, राजा रोड होते हुए राजावाला रोड चौराहे से शीशमबाड़ा प्लांट पहुंची। जहां प्लांट के गेट पर जमकर प्रदर्शन करते हुए नगर निगम और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, धरना स्थल पर आयोजित जनसभा में प्रदर्शनकारियों ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाये। कहा कि मंगलवार रात को नगर निगम के अधिकारियों के इशारे पर भारी पुलिस बल धरना स्थल पर एकत्र कर प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया गया। आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस कर्मियों ने धक्कामुक्की की। लेकिन बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के जुट जाने के कारण प्रदर्शनकारियों को मिले जनसमर्थन को देख प्रशासन और पुलिस की टीम को बैरंग लौटना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर नगर निगम तक प्लांट को अन्यत्र स्थानांतरित करने के दावे कर रहे हैं। हमने तो सिर्फ प्लांट को हटाने की समय सीमा को लिखित रूप से मांगा है। जिससे जनता को गुमराह न किया जा सके। लेकिन नगर निगम व जिला प्रशासन लिखित समय सीमा देने को तैयार नहीं है। कहा कि जब तक नगर निगम व जिला प्रशासन प्लांट को हटाने के लिए निर्धारित समय सीमा लिखकर नहीं देता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। रैली में पछुवादून संयुक्त समिति के अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड, सचिव राजेंद्र राज गंगसारी, विजयपाल सिंह बर्तवाल, शूरवीर सिंह चौहान, विनोद अग्रवाल, वीर सिंह रावत, राजेंद्र प्रसाद बलूनी, विनय बंसल, रविदास, विनोद कश्यप, भागमल बंसल, अमित अग्रवाल, अमित पंवार, अशोक नेगी, हर्षदीप गुप्ता, प्रकाश भट्ट, अरुण रायसिंह, प्रेमलाल कोठारी, सपना शर्मा, नीलम थापा, पूनम पंवार, आशा रावत, किरण व गणेश जोशी आदि शामिल रहे।





