शीशमबाड़ा में लिचेट ट्रीटमेंट प्लांट के विरोध में मुखर हुए लोग

विकासनगर(आरएनएस)।  शीशमबाड़ा में बन रहे लिचेट ट्रीटमेंट प्लांट का स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। बुधवार बड़ी संख्या में लोग वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के सामने धरने पर बैठे। इस दौरान उनकी प्लांट का रखरखाव करने वाली कंपनी के अधिकारियों के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई। इस दौरान मौके पर पहुंचे नगर आयुक्त बुद्धि सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खन्ना और तहसीलदार सुरेंद्र सिंह का लोगों ने घेराव कर प्रदर्शन भी किया। धरना दे रहे लोगों का नेतृत्व कर रहे सहसपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमित पंवार ने कहा कि शीशमबाड़ा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का मामला कोर्ट में चल रहा है। सरकार की ओर से भी प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट करने का आश्वासन दिया है, बावजूद इसके यहां नए निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। बताया कि नगर निगम इन दिनों सौ किलो लीटर क्षमता के लिचेट ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कर रहा है। इसके लिए एक नाला बनाया जा रहा है, जिसमें बरसाती पानी के साथ ही प्लांट का लिचेट भी डाला जाएगा। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष ने कहा कि पहले ही बरसाती पानी ओवर फ्लो होकर लोगों के घरों में घुस जाता है, ऐसे में बरसाती पानी और लिचेट एक ही नाले में डालने से लोगों के घरों में गंदगी भी जाएगी। निर्माणाधीन नाले की निकासी क्षेत्र के बड़े बरसाती खाले बायांखाला में की जा रही है, जिससे प्लांट की पूरी गंदगी पछुवादून की जीवनदायिनी मानी जाने वाली आसन नदी में जाएगी। कहा कि आसन का पानी खेतों की सिंचाई के साथ ही पीने के उपयोग में भी लाया जाता है। उन्होंने कहा कि मामला कोर्ट में चल रहा है, कोर्ट का निर्णय आने तक किसी भी तरह का नया निर्माण नहीं किया जाना चाहिए। धरना प्रदर्शन करने वालों में व्यापार मंडल अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड़, लाल बहादुर थापा, वीर सिंह रावत, राम सिंह, ममता त्यागी, बीना बमराड़ा, सुनीता सकलानी, रश्मि, कुसुम, राधिका, रागिनी आदि शामिल रहे।
एनजीटी के नियमों के अनुसार ही लिचेट ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। अभी सिर्फ तीस किलो लीटर प्रतिदिन क्षमता का एलटीपी है, अब इसकी क्षमता बढ़कर सौ किलो लीटर प्रतिदिन हो जाएगी।    – डॉ. अविनाश खन्ना, नगर स्वास्थ्य अधिकारी