रोजगार की मांग को योग प्रशिक्षितों ने दिया धरना

विकासनगर। रोजगार मुहैया कराने की मांग को लेकर योग प्रशिक्षित युवाओं ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय में धरना दिया। युवाओं ने कहा कि विश्व भर को योग का पाठ पढ़ाने वाले भारत में ही योग प्रशिक्षितों की उपेक्षा की जा रही है। अखिल भारतीय योग संगठन की पछुवादून योग इकाई से जुड़े योग प्रशिक्षित मंगलवार को नारेबाजी करते हुए तहसील मुख्यालय पहुंचकर धरने पर बैठ गए। कहा कि भारत ने पूरे विश्व को योग की विधा से परिचित कराया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता दी। बावजूद इसके भारत में ही योग प्रशिक्षित दर दर की ठोकरें खा रहे हैं। कहा कि वर्तमान दौर में महामारी का खतरा बढ़ रहा है। इसके साथ ही आधुनिक जीवन शैली भी अनियमित होती जा रही है। ऐसे में जरूरी है कि नई पीढ़ी को इन सबसे निपटने के लिए बचपन से ही मानसिक और शारीरिक तौर पर तैयार किया जाना चाहिए। इसके लिए योग ही एकमात्र माध्यम है। लिहाजा योग को प्राथमिक से लेकर माध्यमिक शिक्षा तक अनिवार्य विषय के तौर पर शामिल कर विद्यालयों में योग प्रशिक्षितों को रोजगार मुहैया कराया जाना चाहिए। इससे योग के माध्यम से नई पीढ़ी बचपन से ही मानसिक और शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहेगी। इसके साथ ही समाज से नशे की प्रवृत्ति भी समाप्त होगी। कहा कि रोगियों को बीमारी से लड़ने के लिए मानसिक ताकत की जरूरत भी होती है। यह मानसिक ताकत उन्हें योग से ही मिलेगी। इसलिए स्वास्थ्य और आयुष विभाग में भी योग प्रशिक्षितों को नियुक्ति दी जानी जरूरी है। धरना देने वालों में कमलेश भट्ट, बलवीर चौहान, राजेश राठौर, रविता चौहान, सरला राणा, करिश्मा, आस्था, सचिन, प्रदीप, प्रमिला, रुचि, विजय पाल, मंजू जोशी, विरेंद्र सिंह, अर्चना चौहान, पृथ्वी, अंकुर, मयंक शामिल रहे।