रंगारंग कार्यक्रमों के साथ शौर्य महोत्सव का समापन
चमोली। तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां और पुरुस्कार वितरण के साथ ही शानदार समापन हो गया है। शौर्य महोत्सव के अंतिम दिन चोपता, बेथरा, लोदला की महिलाओं ने शानदार नंदा देवी राजजात की झांकी निकालकर महोत्सव को नंदा मय बना दिया। इस पर पांडाल में बैठे सभी महिला पुरुष नाचने लगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सिलसिले में चोपता की महिलाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि रैंस व तुनेडा की महिलाएं क्रमशः द्वितीय व तृतीय स्थान पर रही। रस्साकसी में भी चोपता की महिलाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त कर बाज़ी मारी। दूसरे स्थान पर कोथरा की महिलाएं रहीं। चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय आदर्श विद्यालय चोपता केवरुण रावत ने प्रथम और प्राथमिक विद्यालय डडुवागड़ की यामिनी द्वितीय व कुमारी पावनी तीसरे स्थान पर रही।
इस बीच मुख्य अतिथि जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह रावत और अति विशिष्ट अतिथि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित कल्याण सिंह रावत को फाउंडेशन के सदस्यों और पदाधिकारियों ने शाल भेंट कर सम्मानित किया। तीसरे दिन समापन अवसर पर गढ़वाली लोकगायक किशन महिपाल के गीतों के नाम रहा। किसन महिपाल ने जख देवतों का ठौ छिन भैजी वखी हमरो गौं छिन भैजी से अपने गीतों की शुरुआत की। उसके बाद हम च तेरा लाल भोला, जय बद्री विशाल और घुर घुघुती घुराली, रामठोला भलू बजणू घमघमा गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर झूमने नाचने के लिए मजबूर किया। उनसे उनके प्रशंसक लगातार वन्स मोर वन्स मोर की मांग करते रहे। उन्होंने भी किसी को निराश नहीं किया। बीच बीच में स्थानीय महिलाओं व स्कूली बच्चों ने भी शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देकर सबका मन मोहा। शौर्य महोत्सव के तीसरे दिन मेले में बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ा रहा। इस अवसर पर मेलाधिकारी के प्रतिनिधि नायब तहसीलदार हरीश चंद्र पांडे, फाउंडेशन के संरक्षक डा. हरपाल सिंह नेगी, अध्यक्ष लखपत सिंह, सचिव गंभीर सिंह मिंगवाल, मोहन सिंह रावत,कफारतीर के प्रधान व वीसी दरवान सिंह नेगी के पौत्र सुदर्शन सिंह नेगी, भूपेंद्र सिंह,मिन्नी देवी,रघुनाथ सिंह नेगी, गिरीश कंडवाल, कोषाध्यक्ष गोविंद सिंह नेगी,धर्मसिंह रौतेला, अरविंद कुंवर, राजेश्वरी रावत,आदि शासन प्रशासन,फाउंडेशन के सदस्य और पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।