भद्रा के चलते रक्षा सूत्र धारण 1:30 बजे के बाद करें

श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)।  इस बार रक्षाबंधन में कई अदभुत संयोग बन रहे हैं।  रक्षाबंधन भाई के प्रति बहन के असीम स्नेह और बहन के प्रति भाई के कर्तव्य को उजागर करने वाला त्योहार है। यह त्योहार भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है। श्रावण शुक्ल पूर्णिमा को मनाये जाने वाले इस त्यौहार में बहन भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई बहन को आजीवन रक्षा का वचन देता है।  इस वर्ष रक्षाबंधन पर कई तरह के अदभुत व प्रभावकारी संयोग बन रहे हैं। पूर्णिमा तिथि 3 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर रात्रि 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्त होगी। बताया कि 19 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जायेगा। इस दिन भद्रा भी है। भद्रा सुबह 5 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 1 बजकर 32 मिनट तक है। इस कारण रक्षा सूत्र धारण करने में भाईयों को प्रतिक्षा करनी पडेगी। इस पर्व पर कई तरह के शुभ योग भी बन रहे हैं। स्वार्थ सिद्वि योग, रवि योग, धनिष्ठा नक्षत्र समेत कई शुभ प्रभावकारी योगों का निर्माण हो रहा है। बताया कि रक्षाबंधन का सही समय 1 बजकर 35 मिनट से लेकर 4 बजकर 20 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मूहुर्त है।

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