रेलवे अधिकारियों, प्रशासन व कंपनी अधिकारियों की आंदोलनकारियों से वार्ता विफल
श्रीनगर गढ़वाल। कीर्तिनगर ब्लाक के ग्राम रानीहाट और नैथाणा के प्रभावित काश्तकारों का ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में रोजगार की मांग को लेकर गुरूवार को रेलवे अधिकारियों, प्रशासन व कंपनी अधिकारियों की आंदोलनकारियों से वार्ता हुई। इस दौरान कोई ठोस नतीजा नहीं निकलने पर वार्ता विफल रही। आंदोलनकारियों ने दो टूक शब्दों में कहा जब तक उन्हें नियुक्ति पत्र जारी नहीं हो जाता है तब तक वह धरना प्रदर्शन पर डटे रहेंगे। कहा आरवीएनएल एवं परियोजना मे लगी कार्यदायी संस्था नवयुगा कम्पनी प्रभावितों को रोजगार के नाम पर लंबे समय से गुमराह करने का काम कर रही है। वार्ता के दौरान आंदोलनकारी व आप नेता समीर रतूड़ी व नैथाणा की प्रधान आशा देवी ने कहा कि रेलवे प्रभावितों को रेलवे व काम में लगी कंपनियों में रोजगार के मुद्दे को लेकर प्रभावित लंबे समय से आंदोलनरत हैं। बावजूद कंपनी व रेलवे प्रशासन उन्हें रोजगार के नाम पर ठगने का काम कर रहा है। भूमिधर प्रभावितों का कहना है राणीहाट व नैथाणा में कृषि व फल सब्जी की बहुत अच्छी पैदावार होती थी। लेकिन रेल परियोजना के लिए हमारी जमीन अधिकृत करने से पहले शासन-प्रशासन द्वारा हमें रेल परियोजना रोजगार देना का प्रलोभन दिया जाता रहा। कहा काम प्रारंभ होने के दो वर्ष पूरे होने को हैं पर अभी तक प्रभावित काश्तकारों को रोजगार नही दिया गया है। इस मौके पर प्रशासन ने निजी कंपनी की नियुक्ति प्रक्रिया में पारदर्शिता रखने के निर्देश दिए। एसडीएम अजयवीर सिंह, तहसीलदार सुनील राज ने भी आंदोलनकारियों को काफी समझाया लेकिन वह नहीं माने। प्रभावित आंदोलनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्यवाही नहीं होती है वह काम नहीं होने देंगे। वार्ता में रेलवे अधिकारी पीबी बडोगा, निजी कंपनी की ओर से मधुसूदन व आंदोलनकारी रोशनी रूडोला, राकेश भट्ट, हेमंत, शिव सिंह रावत, प्रवीण चौहान आदि मौजूद रहे।