प्रशासन की सख्ती पर बचाव में उतरे मेडिकल स्टोर संचालक, सिटी मजिस्ट्रेट को दिया ज्ञापन

थोक विक्रेताओं से ही महंगे दामों में दवाएं व मेडिकल उपकरण आने की दी जानकारी

हल्द्वानी। दवाओं को मेडिकल उपकरणों की कालाबाजारी पर प्रशासन-पुलिस की सख्ती व छापामारी पर मेडिकल स्टोर संचालक बचाव में उतर आए हैं। उन्होंने थोक विक्रेताओं से ही महंगे दामों में दवाएं व मेडिकल उपकरण आने की जानकारी देकर इसकी जांच कराने की मांग की है। सोमवार को उन्होंने प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह से मिलकर ज्ञापन भी दिया। रविवार को प्रशासन, पुलिस व एसओजी की टीमों ने कई मेडिकल स्टोर से दवाएं व मेडिकल उपकरणों की खरीदारी कराने के बाद कालाबाजारी मिलने पर छापामारी की थी। इसके साथ ही दो दवा कारोबारियों पर कालाबाजारी अधिनियम, आवश्यक वस्तु अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट, महामारी अधिनियम व धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह से मिले दवा कारोबारियों ने कहा कि आक्सीमीटर, थर्मा मीटर, ग्लब्ज, सैनिटाइजर आदि मेडिकल उपकरण कोरोना काल के दौरान सामान्य दिनों से दो गुना दामों पर थोक विक्रेताओं से मिल रहे हैं। जिस कारण फुटकर दवा विक्रेताओं के लिए इनके दाम बढ़ाना मजबूरी हो गया है। प्रशासन को थोक में मिल रही दवाएं व मेडिकल उपकरणों की जांच भी करानी चाहिए। इसके साथ ही दवा के थोक विक्रेताओं से उचित दामों पर दवाएं व मेडिकल उपकरण दिलाने की मांग की। सिटी मजिस्ट्रेट के मिलने वालों में दीपक तिवाड़ी, अनुज भट्ट, प्रदीप जोशी, हरीश चंद्र पाठक, जगदीश पंत, जयदीप साहनी, लव बख्शी, गौरव आदि शामिल थे।


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