पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत से की बीते 25 वर्षों से बन रही सड़क का कार्य को पूरा करवाने की मांग

नई टिहरी। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत देवप्रयाग के आपदा से क्षतिग्रस्त हुए रास्तों से करीब तीन किमी पैदल होते हुए पौराणिक विदाकोटी गांव स्थित भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में पहुंचे। ग्रामीणों ने पूर्व सीएम के समक्ष बीते 25 वर्षों से गांव से देवप्रयाग के लिए बन रही सड़क का कार्य को पूरा करवाने की मांग रखी। बदरी-केदार पैदल यात्रा पथ पर पड़ने वाले ऐतिहासिक धार्मिक स्थल आज भी उपेक्षित पड़े है, इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं हैं, इनमें देवप्रयाग के निकट विदाकोटी भी शामिल है। यहां भगवान कृष्ण का प्राचीन मंदिर और अलकनंदा तट पर गोकर्ण घाट स्थित है। पूर्व सीएम ने विदाकोटी में माता सीता से जुड़े स्थलों को सीता सर्किट के तौर पर विकसित करने की अपने कार्यकाल में घोषणा की थी। पूर्व सीएम के विदाकोटी पहुंचने पर विदाकोटी और कोलासू गांव के ग्रामीणों ने स्वागत किया। ग्राम प्रधान अर्जुन लाल ने उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि बीते 25 वर्षों से गांव से देवप्रयाग के लिए बन रही सड़क का कार्य आज तक पूरा नहीं हो पाया है। साथ ही बीते 12 वर्षों से आपदा से क्षतिग्रस्त हुए गांव के रास्तों की मरम्मत भी नहीं हो पाई है, उन्होंने पूर्व से उक्त दोनों मांगों के निराकरण की मांग की। वयोवृद्ध सुंदर लाल भट्ट ने पूर्व सीएम से गांव में बने प्राचीन मंदिर के जीर्णोद्धार की गुहार लगाई। पूर्व सीएम ने डीएम पौड़ी से बात कर जल्द सड़क निर्माण का कार्य पूरा करने को कहा। मौके पर भगत सिंह नेगी, जगमोहन नेगी, टीका प्रसाद केमनी, खीमानंद भट्ट, वीर सिंह, रेखा देवी, शांति देवी, नवीन भट्ट, राजेंद्र नेगी आदि मौजूद थे।


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