
पौड़ी(आरएनएस)। पौड़ी मुख्यालय सहित आसपास के इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश रही। मौसम विभाग ने जिले के ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ था। प्रशासन ने इस चेतावनी को देखते हुए मंगलवार को एक से लेकर 12वीं तक के स्कूलों के साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश पहले ही जारी कर दिए थे। मंगलवार को जिले के सभी हिस्सों में बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। नैनीडांडा के दो गांवों में बिजली के पोल टूट जाने से सप्लाई बाधित रही। इसके साथ ही सड़कों पर भारी बोल्डर और मलबा आने से जिले के 20 सड़कों पर आवाजाही भी प्रभावित रही। हालांकि लोनिवि ने सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई हुई थी। बंद हुई सड़कों में प्रमुख जिला मार्ग सतपुली-दुधारखाल, नालीखाल-कपोल सहित स्टेट हाइवे लक्ष्मणझूला- रथुवाढ़ाब सड़क भी शामिल है। लोनिवि सड़कों को आवाजाही के लिए उसी दिन तो खोल रहा है लेकिन कई सड़कों पर सफर जोखिम भरा हो गया है। पुश्तों के टूटने की वजह से सड़कों पर भारी वाहनों की आवाजाही को लेकर दिक्कतें आ रही हैं। वहीं सड़कों पर मलबे के ऊपर बारिश पड़ने की वजह से सड़कें दलदल में तब्दील हो रही है। ऐसे में इन पर चलना खतरा बन गया है। धुमाकोट क्षेत्र की जड़ाऊखांद -मजेंडाबैंड सड़क पर भी भारी मलबा आने से अवरुद्ध हुई। बाद में जेसीबी ने मलबा तो हटाया लेकिन सड़क पर बारिश की वजह से दलदल में हो गया। बारिश की वजह से नैनीडांडा ब्लाक के छिटोली और किनाथ गांव में बिजली के पोल टूटने से बिजली की सप्लाई बाधित हुई। दोनों ही गांवों के 30 से अधिक परिवार प्रभावित है। यूपीसीएल के अफसरों के मुताबिक बारिश के कारण लाइन को ठीक करने में समय लग रहा है। बसोली गांव में बिजली के पोल गिरने का खतरा बना हुआ है।



