पठाली गांव में चार वर्षों बाद हुआ पांडव नृत्य

रुद्रप्रयाग। पठाली गांव में विगत चार वर्षों के बाद पांडव नृत्य का आयोजन हो रहा है। सोमवार को पठाली गांव से पांडव ओंकारेश्वर मंदिर में पहुंचे। जहाँ पर मंदिर समिति द्वारा कार्याधिकारी रमेशचंद्र तिवारी के नेतृत्व में पांडवों का फूल मालाओं के साथ भव्य स्वागत किया गया। वहीं पांडव भगवान के दर्शनों के लिए सैकड़ों लोग मंदिर में पहुंचे। इस धार्मिक अनुष्ठान में छाका के अंतर्गत पांडवों द्वारा विभिन्न गांवों का भी भ्रमण किया जाता है। 23 दिसम्बर से शुरू इस अनुष्ठान का हाथी कौथिग के साथ समापन किया जाएगा। मान्यतानुसार स्वर्ग जाने से पहले भगवान कृष्ण के आदेश पर पांडव अपने अस्त्र-शस्त्र पहाड़ में छोड़कर मोक्ष के लिए स्वर्गारोहणी की ओर चले गए थे। जिन स्थानों पर यह अस्त्र छोड़ गए थे उन स्थानों पर विशेष तौर से पांडव नृत्य का आयोजन किया जाता है और इन्हीं अस्त्र-शस्त्रों के साथ पांडव नृत्य करते हैं। इस अवसर पर ईओ आरसी तिवारी, प्रधान गुड्डी देवी, क्षेपंस विजयलक्ष्मी देवी, अध्यक्ष देवेंद्र रावत, उपाध्यक्ष प्रदीप त्रिवेदी, रमेश नेगी, दीनानाथ त्रिवेदी, कुँवर सिंह राणा, कृष्णनन्द तिवारी, देवी प्रसाद, मनवर सिंह नेगी, डीपी तिवारी आदि मौजूद थे।