पेपर लीक मामले में जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह गिरफ्तार

देहरादून। 22 जुलाई 2022 को थाना रायपुर पर उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन चयन आयोग द्वारा आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक आउट होने के मामले में दर्ज मुकदमे की विवेचना स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा की जा रही है जिसमें स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा अब तक पूर्व में कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था।
विवेचना के दौरान अहम सबूतों के आधार पर तनुज शर्मा को एसटीएफ टीम द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किया गया था । तनुज शर्मा से की गई पूछताछ एवं विवेचना के दौरान मिले अहम साक्ष्यों के आधार पर प्रश्न पत्र लीक -कराने में मुख्य भूमिका हाकम सिंह रावत पुत्र केदार सिंह रावत जिला पंचायत सदस्य जखोल की भूमिका प्रकाश में आई थी। विवेचना के दौरान हाकम सिंह रावत की तलाश में एसटीएफ टीम रवाना हुई थी इसी दौरान सूचना प्राप्त हुई थी कि हाकम सिंह रावत अपनी एक इनोवा से त्यूणी के रास्ते हिमाचल फरार हो रहा है इसकी सूचना तुरंत बॉर्डर पर नाकेबंदी करवाई गई एवं स्थानीय पुलिस के माध्यम से त्यूणी आराकोट मार्ग पर रुकवा दिया गया। जिसे एसटीएफ टीम द्वारा अपने साथ पूछताछ के लिए देहरादून एसटीएफ कार्यालय लाया गया। गहन पूछताछ करने के बाद साक्ष्यों के आधार पर आज गिरफ्तार किया गया है।

हाकम सिंह जिला पंचायत सदस्य द्वारा अपनी पूछताछ में बताया गया कि वह वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य जखोल एवं इससे पूर्व वर्ष 2008 से वर्ष 2013 तक ग्राम प्रधान लीवाड़ी रहा है। वर्ष 2021 का स्नातक स्तरीय प्रश्नपत्र को लीक करवाने में इसकी अहम भूमिका थी।
हाकम सिंह ने पूछताछ में उत्तर प्रदेश के रहने वाले कुछ संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी दी है एवं उत्तर प्रदेश के धामपुर शहर में ही उसने अपने कई कैंडिडेट को ले जाकर यह प्रश्न पत्र याद करवाया था। गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा के घर पर भी करीब 20 से 22 लड़कों को यह प्रश्न पत्र परीक्षा से एक रात पहले भी याद करवाया गया था।
हाकम सिंह रावत 4 दिसंबर 2021 को कुछ छात्रों को दो वाहनों में लेकर धामपुर गया था। जिसमे गिरफ्तार अभियुक्त तनुज शर्मा भी था। हाकम सिंह रावत की गहन पूछताछ में कुछ अन्य के नाम प्रकाश में आए हैं जिनकी तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी गई है।


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