पानी की किल्लत से जूझ रही सिडकुल की कंपनियां

हरिद्वार(आरएनएस)। सिडकुल के आईआईडीसी सेक्टर के करीब एक सौ एमएसएमई छोटे उद्योगों सहित सिडकुल के अन्य सेक्टरों में स्थापित बड़ी संख्या में उद्योग पानी की किल्लत से परेशान है। दिन प्रतिदिन क्षेत्र में पानी की सप्लाई ठप हो जाती है। सिडकुल क्षेत्र में पिछले 22 सालों से पानी की सप्लाई एक ओवरहेड टैंक और एक पंपिंग स्टेशन पर निर्भर है। उद्यमियों की कई दफा एक अतिरिक्त ओवरहेड टैंक और नए पंपिंग स्टेशन के निर्माण की मांग के बाद भी संसाधनों को नहीं बढ़ाया जा रहा है। पानी की सप्लाई बाधित होने पर उद्यमी को अपने स्तर से पानी की वैकल्पिक व्यवस्था करते हैं। रोशनाबाद के सिडकुल में पानी की सप्लाई बाधित होने के बाद उद्यमियों और कर्मचारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सिडकुल में स्थापित 11 सेक्टर की विभिन्न कंपनियों में काम करने वाले हजारों कर्मचारियों को कंपनी में पानी की कमी से जूझना पड़ता है। जिन छोटे उद्योग में पानी के लिए बोरिंग की व्यवस्था नहीं है। उन उद्योगों की दिक्कतें पानी की सप्लाई ठप होने के बाद ज्यादा बढ़ जाती है। उद्योगों में एक हजार रुपये प्रति टैंकर खर्च कर पानी की वैकल्पिक व्यवस्था उद्यमियों कर रहे हैं। कर्मचारियों को पीने के पानी, टॉयलेट आदि के लिए परेशान होना पड़ता है। सिडकुल की सड़कों पर भी पानी की व्यवस्था नहीं है। रोशनाबाद क्षेत्र में करीब 2038 एकड़ भूमि पर स्थापित सिडकुल में पिछले 22 साल में उद्योगों की संख्या 550 है। लेकिन पंपिंग स्टेशन और ओवरहेड टैंक की संख्या नहीं बढ़ाई गई है।