निर्माण की लापरवाही ने ली महिला की जान, डिग्री कॉलेज बना संवेदनहीन!

अल्मोड़ा। भतरौजखान डिग्री कॉलेज के पास निर्माणाधीन स्थल पर लापरवाही एक महिला की जान पर भारी पड़ गई। शनिवार को ग्राम देवरापानी-भतरौजखान निवासी 35 वर्षीय अनीता देवी, पत्नी चंदन प्रकाश, किसी काम से भिकियासैंण गई थीं। सुबह करीब 11 बजे काम निपटाकर जब वह एक परिचित की मोटरसाइकिल से घर लौट रही थीं, तभी डिग्री कॉलेज के ऊपर चल रहे निर्माण कार्य से अचानक एक बड़ा पत्थर गिर गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना के बाद अनीता देवी दर्द से तड़पती रहीं, लेकिन डिग्री कॉलेज के किसी भी कर्मचारी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाने की कोशिश नहीं की। स्थानीय लोगों ने 108 एम्बुलेंस को कई बार फोन किया, लेकिन जब कोई मदद नहीं मिली, तो एक आम नागरिक ने अपनी गाड़ी से घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद अनीता देवी को ऋषिकेश स्थित एम्स रेफर किया गया, जहां सोमवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। इस हादसे ने डिग्री कॉलेज के कर्मचारियों की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। सवाल उठता है कि क्या कॉलेज के वाहन सिर्फ पार्किंग में खड़े रहने के लिए हैं? क्या इनमें बैठे लोगों में इंसानियत की भावना पूरी तरह खत्म हो गई है? अनीता देवी की मौत ने उनके तीन मासूम बच्चों के सिर से माँ का साया छीन लिया। इस घटना ने प्रशासनिक लापरवाही और समाज में बढ़ती उदासीनता को भी उजागर कर दिया है। यह दुर्घटना केवल एक हादसा नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर हम अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ते रहे, तो मानवीय संवेदनाएं पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी।