
बागेश्वर। कोरोना संक्रमण के चलते बंद बाबा बागनाथ मंदिर के कपाट मुख्यमंत्री ने खोले। नवरात्रियों भर इसे श्रद्धालुओं के लिए नहीं खोला गया। सीएम के शहर में आते ही मंदिर खुल गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत सुबह बाबा बागनाथ मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों से वार्ता की। मंदिर में हो रहे नये निर्माण, जीर्णोद्धार तथा सौंदर्यीकरण के कार्यों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मंदिर का परिदृश्य पहाड़ी शैली पर हो। कार्यदायी संस्था इस पर विशेष ध्यान दें। समय सीमा के तहत गुणवत्ता के साथ काम करें। क्षेत्रीय विधायक चंदन राम दास ने कार्य की प्रगति के बारे में जानकारी सीएम को दी। यहां मंदिर कमेटी के अध्यक्ष नंदन सिंह रावल, सचिव बालादत्त तिवाड़ी, बारीदार तथा मंदिर के पुजारी मौजूद रहे।
कलांजय के कलाकार ने भेंट की कलाकृति:
कलांजय कला केंद्र के कलाकार प्रमोद शिवाशीष ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को स्वनिर्मित बगेट से बनी बाबा बागनाथ की कलाकृति भेंट की। इससे पूर्व सीएम के स्वागत कार्यकम्र में भी कलांजय की कलाकृति उन्हें भेंट की गई थी। बता दें कि कलांजय के कलाकार प्रमोद की बनाई कलाकृतियों की सीएम पहले ही तारीफ कर चुके हैं। मुख्यमंत्री की बेटी ने भी जिले के निजी भ्रमण पर कलांजय का भ्रमण किया था। उन्होंने कलाकारों की प्रतिभा की सराहना की थी। कला केंद्र के प्रबंधक डॉ. हरीश दफौटी ने बताया कि सीएम और उनकी पुत्री ने कलांजय के कलाकारो की प्रतिभा की सराहना की है। जिससे उनका मनोबल बढ़ेगा और आने वाले समय में केंद्र ऐसे ही हुनरमंद कलाकारों को आगे लाकर उनकी प्रतिभा को निखारने और उन्हें रोजगार प्रदान करने की कोशिश करेगा। ताकि जिले की कला प्रतिभाओं राष्ट्रीय फलक पर अपनी चमक बिखेर सकें।