मिल बंद होने के एक माह बाद नहीं हुआ गन्ना मूल्य का भुगतान
काशीपुर(आरएनएस)। बाजपुर चीनी मिल बंद होने के एक माह बाद भी किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं हो सका है। किसानों को अभी तक 17 जनवरी तक सप्लाई किए गए गन्ना मूल्य का ही भुगतान हो सका है। इस मद में बकाया करीब 50 करोड़ के भुगतान के लिए मिल प्रशासन को सरकार की मदद की दरकार है। किसानों ने 15 अप्रैल से पूर्व गन्ना मूल्य का भुगतान करने की मांग की है।बाजपुर समेत राज्य की सभी आठ चीनी मिलों का पेराई सत्र मार्च माह के प्रथम सप्ताह में समाप्त हो चुका है। बाजपुर चीनी मिल का पेराई सत्र छह मार्च को खत्म हुआ। बाजपुर चीनी मिल में 24.97 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की। मिल ने किसानों को 17 जनवरी तक का करीब 40 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। इसके बाद मिल की ऋण सीमा समाप्त हो गई। मिल के सीसीओ डॉ. राजीव कुमार ने बताया कि किसानों के गन्ना मूल्य का करीब 50 करोड़ रुपये बकाया है। इसके लिए शासन को डिमांड भेज दी गई है। किसान नेता समरपाल सिंह चीमा ने 15 अप्रैल तक बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान किए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि काशीपुर में बंद पड़ी चीनी मिल पर भी किसानों का सत्र 2011-12 का करीब 28 करोड़ रुपया बकाया है।