महिला कृषकों के लिए आयोजित हुआ दो दिवसीय चारा एवं साइलज प्रशिक्षण

अल्मोड़ा। मुख्य विकास अधिकारी रामजी शरण शर्मा के निर्देश पर विकासखंड लमगड़ा की तीन सहकारिताओं—गौरा देवी स्वायत्त सहकारिता शहरफाटक, एकता स्वायत्त सहकारिता सिरसौड़ा और विकास स्वायत्त सहकारिता ढौरा—की 20-20 महिला कृषकों को दो दिवसीय चारा एवं साइलज प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना अल्मोड़ा की ओर से राजकीय चारा प्रक्षेत्र भैसवाड़ा फार्म में आयोजित किया गया। शुक्रवार एवं शनिवार को आयोजित प्रशिक्षण में महिला कृषकों को पशुओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले चारे के महत्व और उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने चारा बनाने की विधि का विस्तार से प्रदर्शन किया। साथ ही पशुओं की बेहतर नस्ल, उनकी देखभाल, बीमारियां और बीमा जैसी उपयोगी जानकारियां भी साझा की गईं। प्रशिक्षण के दौरान महिला कृषकों को चारा फार्म का निरीक्षण भी कराया गया, जहां उन्होंने पशुओं के लिए उगाई जा रही विभिन्न किस्म की पौष्टिक घासों को देखा। कार्यक्रम में उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारी ओ.पी. आर्या, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी भैसवाड़ा फार्म दीपाली लालवानी, पशुचिकित्साधिकारी कमल दुर्गापाल, पशुपालन विभाग से आर.एन. मौर्य, ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना से जिला सहायक प्रबंधक गोपाल दत्त चबड़वाल और सुनील जोशी, कृषि विज्ञान केंद्र मटेला से अनिल पवार, सहायक विकास अधिकारी उद्यान हेम बिष्ट, जड़ीबूटी शोध संस्था के मास्टर ट्रेनर संतोष बिष्ट, रेशम विभाग के पर्यवेक्षक हिमांशु कांडपाल, रीप परियोजना से मास्टर ट्रेनर त्रिभुवन सिंह असवाल, मूल्यांकन, अनुश्रवण एवं वित्त सहायक सुनीता रावत, आजीविका समन्वयक हरीश चंद्र सनवाल तथा सहकारिता स्टाफ मौजूद रहा।

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