


रुद्रप्रयाग(आरएनएस)। सिद्धपीठ कालीमठ की मां कालीमाई की देवरा यात्रा के लिए रविवार को शुभ मुहूर्त निकाल दिया गया है। कालीमाई पंचगाई समिति कालीमठ की बैठक में विधिवत पूजा अर्चना के बाद देवरा यात्रा की तिथि की घोषणा की गई है। रविवार को कालीमठ मंदिर परिसर में कालीमाई पंचगाई समिति कालीमठ की सार्वजनिक बैठक अध्यक्ष लखपत सिंह राणा की अध्यक्षता में संपंन हुई बैठक में मां भगवती कालीमाई की आगामी देवरा यात्रा की तिथि घोषित की गई। 7 दिसंबर को देवरा यात्रा का शुभ मुहूर्त निकाला गया। देवरा यात्रा में सबसे पहले डोली विधि विधान व पूजन अर्चना के साथ देवप्रयाग के लिए प्रस्थान करेगी। बैठक में कालीमठ, जग्गी, बेडूला, ब्यूखीं एवं कविल्ठा आदि पांच गांवों (पंचगाई) के ग्रामीणों एवं हक-हकूकधारियों ने भाग लिया। देवशाल गांव के आचार्य और ह्यूण गांव के ब्रह्मा द्वारा गणना करने के बाद यात्रा का कार्यक्रम निर्धारित किया गया। देवरा यात्रा के कार्यक्रम के अनुसार भगवती कालीमाई की डोली अपने देव निशानों के साथ 13 जनवरी की सांय देवप्रयाग पहुंचेगी। इससे पहले मां भगवती की डोली लक्ष्मी मंदिर, कालीमठ से रवाना होकर पहले अपने गूंठ गांवों का भ्रमण करेगी और उसके बाद पद यात्रा करते हुए स्नान के लिए देवप्रयाग पहुंचेगी। 14 जनवरी 2026 की सुबह मकर संक्रांति (उत्तरायण) के शुभ मुहूर्त पर मां भगवती देवप्रयाग के गंगा घाट पर स्नान करेगी। इस पवित्र स्नान में पंचगाई के साथ-साथ सम्पूर्ण केदारघाटी के सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होंगे। इसके बाद देवरा यात्रा पुनः पैदल ही देवप्रयाग से कालीमठ की ओर प्रस्थान करेगी। समिति के अध्यक्ष लखपत सिंह राणा ने बताया कि कालीमाई भगवती की देवरा यात्रा को इस बार भव्य रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देवरा यात्रा का आयोजन विश्व कल्याण के साथ-साथ उन भक्तों तक पहुंचने के लिए होता है, जो किसी कारणवश कालीमठ नहीं पहुंच पाते हैं। मां भगवती रास्ते भर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हुई आगे बढ़ेगी। यात्रा के दौरान मां अपनी धियांणियों (भक्त महिलाओं) को आशीर्वाद देगी। जबकि जिन भक्तों द्वारा अपने घर या गांव में स्वागत एवं आमंत्रण दिया जाएगा, वहां निवास करेंगी। इसके साथ ही मार्ग में पड़ने वाले अपने पुराने हक-हकूकों के अनुसार विभिन्न भूमि एवं गांवों का भ्रमण भी करेंगी। ब्रह्मा बैंकट रमण ने कहा कि पंचगाई समिति एवं बदरी केदार मंदिर समिति यात्रा को जनमानस के विश्वास पर खरा उतरने तथा निर्विघ्न संपंन कराने के लिए त्याग, निष्ठा और समर्पण के साथ कार्य करेंगे। इस मौके पर आचार्य भगवती देवशाली, ह्यूण गांव के ब्रह्मा आचार्य बैंकट रमण, महामंत्री सुरेशानंद गौड़, उपाध्यक्ष सुदर्शन राणा, प्रचार प्रमुख देवेंद्र राणा, प्रदीप राणा, नरोत्तम राणा सहित पंचगाई की जनता मौजूद थी।

