लाहौल के रिहायशी क्षेत्रों ने ओढ़ी बर्फ की चादर, चूड़धार में सीजन का पहला हिमपात

केलांग (लाहौल-स्पीति)/हरिपुरधार (सिरमौर)। हिमाचल प्रदेश के रोहतांग, लाहौल-स्पीति के ऊंचाई वाले रिहायशी इलाकों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। वहीं सिरमौर के प्रसिद्ध धार्मिक एवं पर्यटन स्थल चूड़धार में इस सर्दी के सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। रोहतांग दर्रा समेत लाहौल-स्पीति के ऊंचाई वाले रिहायशी इलाकों में पिछले दो दिनों से रुक-रुककर बर्फबारी हो रही है। शुक्रवार को घाटी के प्रवेश द्वार कोकसर समेत पटटन क्षेत्र के कई गांव में हल्की बर्फबारी के साथ बारिश भी हुई।
रोहतांग, कुंजम, कुगती और बारालाचा दर्रा पर हिमपात होने से घाटी में तापमान लुढ़क गया है। बर्फबारी के बाद दारचा शिंकुला और दारचा-बारालाचा के बीच वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया है।  हालांकि, कोकसर-लोसर और उदयपुर-किलाड सड़क मार्ग पर वाहनों की आवाजाही जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान चंबा के सलूणी और तीसा में 28-28, डलहौजी में 23, खेरी 19, चंबा 17, कोटखाई 13, कांगड़ा 12, छतराड़ी10, धर्मशाला 9, पालमपुर 4 और हमीरपुर में 4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए राजनीति दलों साथ चुनाव आयोग की चिंताए भी ब़ढ गई हैं। आने वाले दिनों में बर्फबारी होने की सूरत में लाहौल-स्पीति विधानसभा क्षेत्र में सुचारू मतदान करवाने में चुनाव आयोग के सामने चुनौती पैदा हो सकती है। वहीं ऐसे हालात में राजनीति दलों के प्रचार में भी खलल पड़ सकता है। बर्फबारी और बारिश के बाद घाटी में कई रिहायशी इलाकों में रात का पारा शून्य के आपपास चला गया है। जिससे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

न्यूनतम तापमान, पांच दिनों तक मौसम साफ
शिमला में न्यूनतम तापमान 12.0, सुंदरनगर 10.0, भुंतर 8.4, कल्पा 1.4, धर्मशाला 10.2, ऊना 15.5, नाहन 18.5 केलांग माइनस 0.4, पालमपुर 10.0, सोलन 8.8, मनाली 5.2, कांगड़ा 13.8, मंडी 11.2, बिलासपुर 15.5, हमीरपुर 12.6, चंबा 11.6, डलहौजी 5.0, जुब्बड़हट्टी 13.4, कुफरी 7.6, कुकुमसेरी 0.1, नारकंडा 5.0, कोटखाई 6.7 और पांवटा साहिब 18.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं,  प्रदेश में पांच दिनों तक मौसम साफ रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के सभी भागों में 22 से 27 अक्तूबर तक मौसम साफ रहेगा।
वहीं, चूड़ेश्वर महाराज की तपोस्थली चूड़धार में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है। चोटियों पर हल्की बर्फबारी के चलते गिरिपार क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है। चूड़धार का तापमान गिरकर तीन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जबकि नौहराधार, हरिपुरधार का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई है। मान्यता है कि यहां दिवाली से ठीक पहले शिरगुल महाराज अपनी तपोस्थली पर सफाई के उद्देश्य से बर्फबारी करवाकर चोटी को बर्फ की सफेद चादर से ढकते हैं। चूड़धार में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कुछ ऐसा ही नजारा सामने आया हैं। पझौता व रासूमांदर के अलावा हरिपुरधार क्षेत्र में ओलावृष्टि भी हुई। हिमपात और ओलावृष्टि से गिरिपार इलाके के तापमान में गिरावट आई है।
बर्फबारी के बावजूद करीब डेढ दर्जन से अधिक श्रद्धालु चूड़धार पहुंचे थे। ऐसे में श्रद्धालुओं को जहां ठंड का सामना करना पड़ेगा, वहीं विद्युत जैसी समस्या झेलनी पड़ेगी। चूड़धार सेवा समिति के प्रबंधक बाबूराम शर्मा ने बताया कि चूड़धार में हिमपात होने से क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार को दिनभर धूप खिलने के बाद चूड़धार में शाम 6:00 बजे के बाद बर्फबारी शुरू हुई। रात 11 बजे भी हल्की बर्फबारी हुई। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि ऐसे मौसम में वह चूड़धार न आएं। हर साल एक मई को शुरू होने वाली यात्रा 30 नवंबर तक चलती है, लेकिन इस बार समय से पहले ही बर्फबारी होने के कारण यात्रा प्रभावित होती नजर आ रही है। वहीं, कांगड़ा जिले के कई भागों में बारिश हुई है। पंचरुखी के सलियाना में ओलावृष्टि हुई।