
चम्पावत(आरएनएस)। कृषि विज्ञान केंद्र में एक दिवसीय राज्य स्तरीय पौध किस्मों और कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम पर कार्यशाला हुई। कार्यशाला में राज्य से आए करीब 100विषय विशेषज्ञों सहित किसान वैज्ञानिक शामिल रहे। कृषि विज्ञान केन्द्र लोहाघाट में केन्द्र प्रभारी डॉ. दीपाली तिवारी पांडेय की देखरेख में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ पंतनगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने किया। कार्यशाला में डॉ. विश्वजननी सत्यगिरी ने भारतीय ज्ञान परंपरा संरक्षण एवं संवर्धन विषय पर पारंपरिक कृषि और बीज संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। पर्यावरण कार्यकर्ता विजय जरधारी ने पारंपरिक बीजों का संरक्षण विषय पर विचार रखते हुए जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों के बीच सामुदायिक स्तर पर बीज संरक्षण को अनिवार्य बताया। डॉ. एजीएच जैदी ने बौद्धिक संपदा अधिकार और डॉ. एके शर्मा ने पीपीवी एंड एफआर अधिनियम की विशेषताओं को बताया। एनपी सिंह ने किसानों की उन्नति में बदलाव की भूमिका पर प्रकाश डाला, वहीं किसान नरेंद्र सिंह मेहरा और राकेश उपाध्याय ने पारंपरिक फसलों के बारे में बताया। समापन सत्र में डीएम मनीष कुमार ने कार्यशाला की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहलें किसानों के भविष्य को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण साबित होंगी।