जल निगम के 1800 नियमित कर्मचारियों को नहीं मिला 4 माह से वेतन

पिथौरागढ़। प्रदेश में जल निगम में कार्यरत 1800 नियमित कर्मचारियों को वेतन देने के लिए सरकार की तिजोरी में धन नहीं है। बीते चार माह से कर्मी वेतन को तरस गए हैं। आर्थिक संकट से जूझ रहे कर्मी दूसरों से उधार लेकर किसी तरह अपने परिवार का भरण-पोषण करने में जुटे हैं। जिला मुख्यालय में जल निगम जल संस्थान मजदूर यूनियन की जिला ईकाई ने बैठक की। इस दौरान उन्होंने वेतन और विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की। जिलाध्यक्ष प्रकाश सिंह सामंत व पूर्व जिला सचिव अर्जुन सिंह कुंवर ने बताया कि प्रदेश के 1800 से अधिक कर्मियों को बीते अक्तूबर माह से वेतन नहीं मिला है। साथ ही सेवानिवृत्त कर्मी भी पेंशन को तरस गए हैं। कहा वेतन न मिलने से कर्मियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। धनराशि बढऩे पर दुकानदारों ने भी उधार देना बंद कर दिया है। इससे कर्मी मानसिक तनाव से जूझ रहे हैं। कहा कोरोना के खतरे के बीच भी अपने दायित्वों का बखूबी निर्वाह कर रहे कर्मियों को सरकार समय से वेतन देने में भी आनकानी कर रही है। कर्मियों ने कहा सरकार ने जल निगम को अति महत्वपूर्ण विभाग घोषित किया हुआ है। ऐसे ही कर्मचारियों को भी महत्वपूर्ण समझा जाए। कर्मियों ने सरकार से अक्तूबर से जनवरी का एकमुश्त वेतन जारी करने की मांग की है। कहा अगर शीघ्र ही उन्हें वेतन जारी नहीं हुआ तो वे उग्र आंदोलन करेंगे।