जान को जोखिम में डालकर पुल पर आवागमन करने को मजबूर ग्रामीण

पौड़ी। पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक के ग्राम बड़खोलू में ग्रामीणों के आवागमन के लिए नयार नदी पर बना पुल ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। 35 साल बाद झूलापुल की स्थिति बड़ी भयावह बनी है। ग्रामीण अपनी जान को जोखिम में डालकर पुल पर आवागमन कर रहे हैं। इस पुल से होकर ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की जरूरतों सहित शिक्षा व स्वास्थ्य के लिये सतपुली बाजार आते हैं। 2010 में नयार नदी में आयी भीषण बाढ़ की चपेट में आने से झूलापुल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। ग्रामीणों ने आवागमन के लिए मोटर पुल की मांग सरकार से की। जिसके बाद 2013 में मोटर पुल की स्वीकृति मिली लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद अभी तक मोटर पुल का निर्माण नहीं हो सका। मोटर पुल निर्माण के लिए ग्रामीणों द्वारा कई बार आंदोलन व धरना प्रदर्शन भी किया गया। बीती 2 अक्टूबर को ग्रामीणों द्वारा सतपुली कांसखेत मोटर मार्ग पर बड़खोलू के समीप जाम लगाकर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसके बाद कार्यदायी संस्था विश्व बैंक द्वारा ग्रामीणों को वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद जल्द पुल निर्माण करने का आश्वासन दिया गया। बीते मंगलवार को बड़खोलू निवासी 62 वर्षीय सतीश दास की इस पुल से गिरने के कारण मौत हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि 2010 में पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद सरकार से मोटर पुल निर्माण की गुहार लगाई जा रही है लेकिन सरकार द्वारा अनसुनी की जा रही है। क्षतिग्रस्त पुल के कारण एक बुजुर्ग की मौत हुई। ग्रामीणों का कहना है कि आने वाले समय में और भी घटनाएं हो सकती हैं। जिसके लिए सरकार को जल्द ही मोटर पुल का निर्माण करना चाहिए।

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