हाउसिंग सोसाईटियों के चालान से पहले अपनी व्यवस्था सुधारे नगर निगम

देहरादून। जैविक अजैविक कूड़े का विधिवत निस्तारण नहीं करने पर नगर निगम की टीमों ने शहरभर में बल्क वेस्ट जनरेट करने वाले व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की थी। चालान जमा नहीं करने पर आरसी काटी गई। दून रेजीडेंट्स वेलफेयर फ्रंट और अन्य हाउसिंग सोसायटियों के पदाधिकारियों ने बुधवार को मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त मनुज गोयल से मुलाकात इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि चालान की कार्रवाई करने से निगम अपनी व्यवस्था में सुधार करे। दून रेजीडेंट्स वेलफेयर फ्रंट के महासचिव देवेंद्र पाल सिंह मोंटी ने कहा कि जैविक कूड़े से खाद बनाने का प्रशिक्षण देने और जागरूता कार्यक्रमों के नाम पर महज खानापूर्ति की गई। पदाधिकारियों ने कहा कि केवल कागजों पर प्रशिक्षण देने से काम नहीं चलेगा। एनजीओ की टीमों को मौके पर भी आना पड़ेगा। कई वरिष्ठ नागरिकों ने कहा कि लोगों के घरों से कूड़ा नियमित रूप से नहीं उठ रहा। सफाई वाहन रूटों पर निर्धारित चक्कर नहीं लगा रहे। जो लोग सूखा और गीला कूड़ा अलग से दे रहे हैं वह भी मिक्स होकर प्लांट पहुंच रहा है। इसके अलावा भी कई खामियां गिनाते हुए कहा कि निगम की टीमों ने सोसायटी के चौकीदार के नाम पर चालान काट दिया। कई जगह बाहर ही चालान काटकर चस्पा कर दिए। हाउसिंग सोसायटियों के पदाधिकारियों के नाराजगी जताने के बाद मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि निगम आरसी निरस्त करवा दी जाएगी, बशर्ते सभी सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने में सहयोग करें। नगर आयुक्त मनुज गोयल ने कहा कि यदि पंद्रह दिनों के भीतर बल्क वेस्ट जनरेट करने वालों ने जैविक अजैविक कूड़े का अलग से निस्तारण करने की व्यवस्था नहीं की तो चालान की रकम जमा करनी होगी। सतवीर सिंह, विशाल साहनी, मनीष सेठी, अमरदीप सिंह आनंद, डीके शर्मा, महिंदर कुमार, आरके अग्रवाल आदि ने कहा कि स्वास्थ्य अनुभाग के अधिकारी रोजाना सफाई वाहनों की मॉनीटरिंग करे। तभी समस्त घरों से कूड़े का उठान हो पाएगा और सफाई व्यवस्था में सुधार हो पाएगा।

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