हर्षिल घाटी में सेब तुड़ान के लिए तैयार, रेट तय नहीं

उत्तरकाशी। हर्षिल घाटी में सेब की फसल तैयार है। इस बार अभी तक उद्यान विभाग सेब की फसल के लिए कोल्ड स्टोरोज का दाम तय नहीं कर पाई है। क्षेत्र में जल्द ही सेब की फसल टूटने वाली है। ऐसे में उचित दाम तय न होने से काश्तकारों की चिंता बढ़ने लगी है। हर्षिल घाटी क्षेत्र में इस बार पिछले वर्षों के मुकाबले ज्यादा सेब उत्पादन की संभावना है। काश्तकारों का कहना है कि पिछले वर्षों तक जहां 20 से 25 हजार मीट्रिक टन सेब का उत्पादन होता आया है, वहीं इस बार 30 हजार मीट्रिक टन सेब उत्पादन का अनुमान है। बागीचों में सेब की फसल तैयार हो चुकी है। आगामी 20 सितंबर से सेब की फसल तुड़ान का सिलसिला शुरू होगा। लेकिन अभी तक सेबों के लिए कोल्ड स्टोरोज के रेट निर्धारित नहीं हुए हैं, जिससे सेब काश्तकार असमंजस में हैं। सेब काश्तकार धराली महेश पंवार, सौरंभ पंवार आदि ने बताया कि विभाग की ओर से सेब की पेटियां तो मुहैया करा दी गई है, लेकिन अभी तक कोल्ड स्टोरेज के रेट नहीं खोले गए हैं। ऐसे में काश्तकारों के पास सेब की खरीद को पहुंचने वाले व्यापारी भी अपने रेट तय नहीं कर पा रहे हैं, जिससे काश्तकारों को आने वाले समय में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जिला सहायक उद्यान अधिकारी एनके सिंह ने बताया कि हर्षिल घाटी में सेब तुड़ान के लिए अभी 15 से 20 दिन का समय बचा है। शासन स्तर पर अभी रेट तय नहीं हुए हैं। जल्द ही कोल्ड स्टोरेज के लिए रेट खोल दिए जाएंगे। साथ ही बताया कि सेब काश्तकारों के लिए इस बार 2 लाख 67 हजार पेटियां उपलब्ध हुई हैं, जिसमें से 15 से 20 पेटियां हर्षिल घाटी में भेज दी गई हैं।