दून के दर्शकों को देखने को मिलेगी राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सराही गई फिल्में सुनपट व पाताल-ती

देहरादून। पिछले दो सालों में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विशेष रुप से सराही गई दो फिल्में सुनपट व पाताल-ती दून के दर्शकों को भी देखने को मिलेगी। दून के गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन कल्चरल सेंटर के ऑडिटोरियम में 19 व 20 अगस्त को ये दोनों फिल्में विशेष रुप से दिखाई जा रही हैं। पहली बार अनुभूति उत्तराखंड कार्यक्रम सिनेमा स्कूप के तहत इन फिल्मों की स्क्रीनिंग दून में होगी। अनुभूति उत्तराखंड के संस्थापक राहुल रावत ने बताया कि पिछले दो सालों में उत्तरखंड के फिल्मकारों की फिल्में सुनपट व पाताल-ती को गोवा में हुए अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टीवल ऑफ इंडिया में प्रतिष्ठित इंडियन पैनोरमा सम्मान दिया गया। दोनों फिल्में राज्य के दूरस्थ गांवों में शूट की गई और फिल्मों में अभिनय करने वाले लोग गांव के स्थानीय निवासी हैं। इन फिल्मों ने विभिन्न फिल्म महोत्सवों में क्रिटिक्स को हैरान किया है। पिछले साल दिल्ली के अनुभूति उत्तराखंड इवेंट के दौरान सुनपट की पहली सार्वजनिक स्क्रीनिंग में लोगों ने फिल्म को स्टेंडिंग ओवेशन दिया। यह फिल्में उन लोगों के लिए महत्व रखती हैं जो अपने पैतृक गांवों से दूर चले गए हैं और अपनी जड़ों से दुबारा जुड़ना चाहते हैं। अनुभूति उत्तराखंड के प्रबंधक जय शर्मा ने बताया कि उनका लक्ष्य दुनिया का ध्यान उत्तराखंड की ओर आर्कषित करना है। सुनपट व पाताल-ती जैसी फिल्मों ने उत्तराखंड के फिल्म जगत को नई दिशा प्रदान की है। ऊपरी हिमालय क्षेत्र में बनी फिल्म पाताल-ती ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में विदेशी दर्शकों को हैरान किया। ऑस्कर साउंड डिजाइनर रेसुल पुकुट्टी ने इसमें साउंड डिजाइन, एडिटिंग में सहयोग दिया।