रणजी ट्रॉफी में 50 विकेट लेने वाले उत्तराखंड के दूसरे गेंदबाज बने मयंक मिश्रा

देहरादून। रणजी ट्रॉफी एक ऐसे टूर्नामेंट है जिसमें अनजान खिलाड़ी अपने परफॉर्मेंस के दम पर लाइमलाइट में आते हैं और फिर उनका सफर इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए शुरू होता है। इसलिए यह टूर्नामेंट काफी अहम माना जाता है। कई खिलाड़ियों ने अपने परफॉर्मेंस से खुद का सबित किया है, वहीं अब उत्तराखंड के स्पिनर मयंक मिश्रा ने अपने शानदार खेल की बदौलत एक और बड़ा कीर्तिमान बनाया है।
रणजी ट्रॉफी में लगातार दो मैच जीत चुकी उत्तराखंड की टीम तीसरा मुकाबला आंध्रप्रदेश के खिलाफ खेल रही है। इस मुकाबले में रुद्रपुर निवासी मयंक मिश्रा ने नया रिकॉर्ड बनाया। वो रणजी ट्रॉफी में 50 विकेट लेने वाले उत्तराखंड के दूसरे गेंदबाज बन गए हैं। मयंक से पहले ये रिकॉर्ड प्रदेश के क्रिकेटर दीपक धपोला ने बनाया था। यह कामयाबी उन्होंने सर्विसेज के खिलाफ हुए मुकाबले में हासिल की। बता दें कि दीपक धपोला ने उस मैच में 5 विकेट झटके थे। दीपक के बाद बाएं हाथ के स्पिनर मयंक मिश्रा ने अपने 14वें मुकाबले में 50 विकेट लेने का कीर्तिमान स्थापित किया है। मयंक ने सीआर ज्ञानेश्वर को 45 रनों के स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। रणजी ट्रॉफी में मयंक शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने पिछले मुकाबले में कुल 11 विकेट चटकाए थे। मयंक की शानदार पारी की बदौलत उत्तराखंड की टीम राजस्थान को आसानी से हराने में कामयाब रही थी। यह मैच मयंक के करियर का सबसे अच्छा मैच रहा। मयंक मिश्रा रुद्रपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता राजेंद्र मिश्रा बताते हैं कि मयंक क्रिकेट के साथ ही पढ़ाई में भी अच्छे थे। मयंक की जिंदगी में कई बार निराशा का दौर आया, उन्होंने क्रिकेट छोड़ने की भी सोची थी, लेकिन परिवार ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। परिवार के सहयोग और अपनी मेहनत के दम पर मयंक मिश्रा आज क्रिकेट के क्षेत्र में खूब नाम कमा रहे हैं।

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