आपदा प्रभावितों का हालचाल जानने पहुंची जिला पंचायत सदस्य

बागेश्वर। मानसूनी बारिश ने कपकोट तहसील के कई गांवों में भारी नुकसान पहुंचाया है। कई लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए। घरों के आंगन, खेत, पैदल रास्ते, पुलिया भी बारिश की भेंट चढ़ गए। जिसके चलते ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित हो गया है। जिला पंचायत सदस्य बड़ेत वंदना ऐठानी ने अपने क्षेत्र में आने वाले आपदा प्रभावित गांवों में हुए नुकसान का धरातलीय निरीक्षण किया। उन्होंने 10 किमी के दायरे की पैदल यात्रा कर लोगों का हालचाल जाना। तहसील प्रशासन से जल्द प्रभावित लोगों को मदद मुहैया कराने की मांग की। जिपं सदस्य वंदना ने नरगड़ा, भैसुड़ी, नरगड़, रसगड़, किटोरा, खाईन और तिब्बती तोक में बारिश के चलते हुए नुकसान हो देखा। इस दौरान उन्होंने नदी और खेतों के रास्ते यात्रा की। मौके पर जाकर प्रभावितों के दर्द को समझा। प्रभावित लोगों ने उन्हें बताया कि पांच जुलाई को हुई बारिश के जख्म भी अब तक नहीं भरे हैं, जबकि उसके बाद कई बार हुई बारिश से खेतों और आवासीय मकानों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि गांवों में आवागमन के मुख्य साधन पैदल रास्ते टूट गए हैं। कई घरों में दरारें आ गई हैं। कुछ लोगों के आंगन टूट गए थे। जिनमें लगातार धंसाव हो रहा है। जिससे घरों के गिरने का भी खतरा बढ़ रहा है। बिजली के जर्जर पोल और झूलते तार भी खतरों को निमंत्रण दे रहे हैं। जिपं सदस्य ने ग्रामीणों की परेशानी को सुना और उनके निदान के लिए अपने स्तर से संघर्ष करने की बात कही। उन्होंने उपजिलाधिकारी से ग्रामीणों की परेशानियों का प्राथमिकता से निदान करने को कहा। गांव के टूटे रास्तों और पुलिया की मरम्मत करने की मांग की। ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। उन्होंने कहा कि वह अपने क्षेत्र की जनता के दुख में साथ खड़ी है। जब तक उनकी समस्या का निदान नहीं होगा वह आवाज उठाती रहेंगी।