दिल्ली के नारायणा में केमिकल लीक होने से अफरातफरी, आंखों में जलन, बंद कराने पड़े स्कूल

 
 नई दिल्ली।  नारायणा के सी ब्लॉक इलाके में रसायन लीकेज की दुर्गंध के बाद अफरातफरी मच गई। लोगों की सूचना पर पुलिस, फायर विभाग और जिले की आपदा प्रबंधन टीम समेत एनडीआरएफ मौके पर पहुंची। जांच में पता चला कि एक गोदाम के अंदर डिब्बों में रखे किसी रसायन में लीकेज हुआ था। जिला प्रशासन के मुताबिक, सोमवार सुबह 9 बजे लीकेज से बदबू की सूचना मिली थी। दुर्गंध का असर कम करने के लिए फायर विभाग की टीम ने वहां पानी का छिड़काव किया। वहीं, डीडीएमए की टीम ने उसका असर रोकने के लिए मिट्टी डाली। एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया। अधिकारियों के मुताबिक, दोपहर तक स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया था।

स्कूल बंद कराने पड़े, आंखों में जलन हुई
तेज दुर्गंध को देखते हुए अधिकारियों ने आसपास के घरों में एसी व कूलर बंद करा दिए और लोगों को मास्क लगाने लगाने की सलाह दी। लोग भी कई घंटे दहशत में रहे। गोदाम से करीब 200 मीटर तक दुर्गंध को महसूस किया जा रहा था। उसके खतरे को देखते हुए 100 मीटर के दायरे में मौजूद सरकारी सर्वोदय कन्या विद्यालय स्कूल में तुरंत छुट्टी करने के निर्देश दिए गए। इलाके में कुछ दूर तक पानी का छिड़काव भी कराया गया, जिससे रसायन का असर कम किया जा सके।

आंखों में जलन और उलटी आने जैसा हुआ महसूस
शिक्षा निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि प्रशासन से परामर्श कर सर्वोदय कन्या विद्यालय की छात्राओं को घर भेज दिया गया। राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ दक्षिण पश्चिमी जिला के सचिव निहाल सिंह ने बताया कि दुर्गंध उनके इंद्रपुरी स्थित स्कूल में भी शिक्षकों और छात्रों ने महसूस की। सभी आंखों में जलन और उलटी आने जैसा महसूस कर रहे थे। गर्म पानी भी पिया। दोपहर बाद स्थिति ठीक हो गई, लेकिन उससे पहले ही स्कूल के छात्र घर भेज दिए गए थे।

सैंपल जांच के लिए भेजा
नई दिल्ली जिलाधिकारी संतोष कुमार राय ने बताया कि स्थिति को समय पर नियंत्रित कर लिया गया। किसी भी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। रसायन किस तरह का है और किसलिए इसका प्रयोग हो रहा था, इसकी जांच की जा रही है। एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाकर रसायन के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं। पुलिस ने भी केस दर्ज कर लिया है।

मालिक की तलाश जारी
मौके पर पहुंचे अधिकारी ने बताया कि अभी तक पता नहीं चला है कि यह परिसर किसका है। इस गोदाम का इस्तेमाल कब से रसायन रखने के लिए हो रहा था। पुलिस को उसकी तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने एमसीडी को जांच के लिए कहा है कि गोदाम में रसायन रखने के लिए लाइसेंस था या नहीं।

ड्रम टूटने से निकला रसायन
पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने बताया कि नारायणा इलाके से गुजरने वाली रेलवे लाइन के किनारे पर एक प्लॉट में दो कमरे बने हैं। यहां कुछ मजदूर रहते हैं और ड्रम भी रखे जाते हैं। ये ड्रम कबाड़ के तौर पर यहां रखे जाते हैं। सोमवार सुबह यहां 20 ड्रम व कुछ बोतलें रखी थी। इनमें से एक ड्रम अचानक गिरा और उसका कुछ हिस्सा टूट गया। इसके बाद ड्रम से रसायनिक द्रव्य बहने लगा। इससे काफी तेज बदबू निकलने लगी, जो देखते ही देखते पूरे इलाके में फैल गई। अग्निशमन विभाग के अधिकारी का कहना है कि मौके पर छोटे आकार के भूमिगत टैंक भी बने हैं।

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