


नई दिल्ली (आरएनएस)। दिल्ली की हवा में कोई सुधार नहीं हो रहा है। कोहरा बढ़ने के कारण वायु गुणवत्ता लगातार गिर रही है। शुक्रवार को सातवां दिन है, जब यह बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शुक्रवार सुबह दिल्ली की वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली सुधार हुआ, लेकिन 373 के साथ यह बेहद खराब श्रेणी में बनी रही। पूरा शहर कोहरे और धुंध की मोटी चादर से ढका हुआ दिखा।
सीपीसीबी ने बताया कि पूरे राष्ट्रीय राजधानी में 39 जगह वायु निगरानी स्टेशन बने हैं, जिसमें से 13 पर एक्यूआई गंभीर श्रेणी में है। इसमें वजीरपुर में सबसे अधिक एक्यूआई 442 है। इसके बाद आनंद विहार (412), बवाना (430), बुराड़ी क्रॉसिंग (404), जहांगीरपुरी (433), मुंडका (435), नरेला (408), आरके पुरम (406) और रोहिणी (421) में स्थिति खराब है। केवल आईएचबीएएस दिलशाद गार्डन (255), लोधी रोड (286) और मंदिर मार्ग (278) में एक्यूआई इन सभी से कम खराब श्रेणी में है।
पुणे के भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान ने अनुमान लगाया कि गुरुवार को दिल्ली के प्रदूषण में वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन का योगदान 17.3 प्रतिशत था, जबकि पराली जलाने से 2.8 प्रतिशत प्रदूषण हुआ है। गुरुवार को दिल्ली में एक्यूआई 391 था, जो गंभीर स्तर के करीब रहा। बुधवार को यह 392 और मंगलवार को 374 था। सीपीसीबी मानकों के अनुसार, 0-50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर है।
दिल्ली- एनसीआर में, गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर रहा, जहां एक्यूआई 431 दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में आता है। सबसे कम प्रदूषित शहर में फरीदाबाद रहा, जहां वायु गुणवत्ता स्तर 242 दर्ज किया गया। इसके बाद गुरुग्राम में एक्यूआई 292 दर्ज किया गया है। नोएडा की वायु गुणवत्ता लगभग गंभीर श्रेणी में है, जहां एक्यूआई 400 पर पहुंच गया है। ग्रेटर नोएडा में यह 377 है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है।

