साइबर ठगी में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल
झारखंड का जामताड़ा गिरोह
झारखण्ड(आरएनएस)। झारखंड के जामताड़ा के साइबर अपराधियों ने पूरे देश के लोगों की नाक में दम कर रखा है। साइबर ठगी करने वालों में महिलाओं की तादाद भी खासी है। ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं जिसमें काली कमाई के लिए लोगों ने अपनी पत्नी को साइबर अपराधी बना दिया है। साइबर अपराधियों की बीवियां फोन कर खाताधारक को झांसे में लेती हैं और ठग रकम उड़ा देते हैं। पुलिस की गिरफ्त में आई साइबर ठगी की आरोपित कई महिलाओं ने यह खुलासा किया है।
महिलाओं ने पुलिस को बताई कहानी
साइबर अपराध में गिरफ्तार हुई कई महिलाओं ने पुलिस को बताया कि पति ही उन्हें अपराध की इस राह पर ले आए। उनकी बात नहीं मानती तो क्या करती। उनका काम लोगों से बात कर उनके एटीएम व बैंक खाते से संबंधित जरूरी जानकारी लेनी होती है। उसके बाद पति बैंक खाते से रुपये उड़ाते हैं। अधिकतर मामले में हम लोग बैंक अधिकारी बनकर ही फोन करते हैं। कई महिलाओं ने पति के कहने पर बैंक खाता खुलवाया है ताकि उसमें ठगी की रकम डाली जा सके। ऐसा कर कई दंपती ने अकूत संपत्ति भी बनाई है। साइबर ठगी में लगी करमाटांड़ की एक महिला ने बताया कि पांच वर्ष पहले झोपड़ी में रहती थी। पति ने ठगी शुरू की। उसे भी साथ लिया। अब लाखों की संपत्ति है। पुलिस सू्त्रों ने बताया कि इस महिला के घर पर जब छपोमारी की गई तो वहां की रौनक देख आंखें फटी की फटी रह गईं। घर में करीब दस लाख का फर्नीचर था।
साइबर ठगी के आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़ चुकी जामताड़ा की सोनी को भी उसका पति ही इस धंधे में लाया। आरोप है कि उसने पति के साथ मिलकर खूब संपत्ति कमाई। पति संतोष पर ठगी के कई मामले दर्ज हैं। सोनी साइबर ठगी की रकम मंगवाने के लिए बैंक खाते का इंतजाम करती थी। खाताधारक से बात कर उसे झांसे में भी लेती थी। तीन साल में ही पक्के मकान के साथ इस दंपती के पास लाखों की संपत्ति आ गई। करमाटांड़ की एक अन्य विवाहिता मनका देवी पर भी साइबर ठगी का मामला दर्ज है। उस पर भी इस अपराध में पति की सहभागी होने का आरोप है। यह दोनों महिलाएं जब पुलिस की गिरफ्त मेंआईं तो दो टूक बोलीं थीं कि पति के कहने पर ऐसे काम करती हैं। नहीं करेंगी तो तो प्रताडऩा झेलनी होगी। इसलिए उसकी बात काट नहीं सकते। उनके साथ ही हमें जिंदगी गुजारनी है। हम हेलो ऑपरेशन के जरिए लोगों को फोन करते हैं। पुरुषों की तुलना में हम लोगों का विश्वास जल्दी जीत लेते हैं। गिरिडीह के गांडेय थानापुलिस ने कोराडीह से सकीना को एक माह पूर्व ही पकड़ा है। उस पर छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के राजेश कुमार नामक व्यक्ति के खाते से 1.1 लाख रुपये उड़ाने का आरोप है। दरअसल, सकीना के बैंक खाते में ही ठगी की रकम मंगाई गई थी। हालांकि पुलिस को उसने सफाई दी कि गांव के ही एक व्यक्ति ने उसका बैंक में खाता खुलवा कर पासबुक व एटीएम ले लिया था। वही ठगी कर रुपये मंगाता था और निकाल लेता था। उसे इस गोरखधंधे का पता ही नहीं था। पुलिस ने जब हमें पकड़ा तब पता चला।
साइबर ठगी में महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस को संज्ञान में यह बात आई है कि पति अपनी बीवियों को इस अपराध में आने को प्रेरित किए हैं। अपराध में शामिल महिलाएं चिह्नित की जा रही है। पति के साथ उन पर लगाम लगाई जाएगी।
-दीपक सिन्हा, एसपी, जामताड़ा
साइबर अपराधियों का दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चल रहा है। हर रोज नई-नई तरकीब लेकर मैदान में कूद पड़ते हैं। मशहूर और दबंग लोगों को भी नहीं बख्श रहे हैं। अपने धंधे में ऐसे लोगों के नाम का भी इस्तेमाल करने से नहीं भय खाते हैं। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि मशहूर और दबंगों के नाम के कारण लोग प्रभाव में आ जाएंगे। और रुपये दे देंगे। अब धनबाद के दबंग घराना सिंह मैंशन को भी नहीं बख्शा है। सिंह मैंशन की बहू और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह के फेसबुक एकाउंट हैक कर लोगों को ठगने की कोशिश की है। झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह का फेसबुक अकाउंट हैक कर लिया गया है। हैकर रागिनी सिंह के प्रोफाइल से फर्जी फेसबुक अकाउंट खोलकर लोगों से रुपये की मांग कर रहा है। इसकी जानकारी मिलने पर रागिनी सिंह ने साइबर थाना में लिखित शिकायत की और मामले की जांच पड़ताल कर कार्रवाई की मांग की है।
साइबर थाना को दिए गए शिकायत पत्र में रागनी सिंह ने लिखा है कि उनके फेसबुक अकाउंट को हैक कर कुछ अपराधिक चरित्र के लोगों ने फर्जी फेसबुक अकाउंट खोल लिया है। वे उनके नाम से फ्रेंड रिच्ेस्ट भेजते है और फिर उन लोगों को मैसेज भेजकर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम इस्तेमाल करते हैं कि नहीं पूछते हैं। इसके बाद लोगों से आर्थिक मदद के रूप में रुपये मांग रहे हैं। रागिनी सिंह ने यह भी लिखा है कि कुछ लोग उनकी राजनीतिक छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए ऐसे लोगों को चिन्हित कर पुलिस कार्रवाई करें।