सीयूईटी में उत्तराखंड राज्य के छात्रों को मिले 60 प्रतिशत आरक्षण

श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय में उत्तराखंड राज्य के छात्र-छात्राओं के लिए प्रवेश में 60 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग उठी है। गढ़वाल विवि के छात्र संघ पदाधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए सीईयूटी प्रवेश परीक्षा होने के उत्तराखंड के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजवीर सिंह के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को ज्ञापन भेजा। गढ़वाल विवि के छात्र संघ अध्यक्ष गौरव मोहन नेगी, उपाध्यक्ष रोबिन सिंह असवाल, सह सचिव रंजना, कोषाध्यक्ष योगेश बिष्ट, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अमन पंवार, छात्रा प्रतिनिधि मोनिका चौहान ने कहा कि सीयूईटी प्रवेश परीक्षा में उत्तराखंड की भौगोलिक, आर्थिक परिस्थितियों को कोई महत्व नहीं दिया जा रहा है। कहा कि 1973 में गढ़वाल विवि की स्थापना हुई थी। जिसका मकसद यह था कि उत्तराखंड़ के छात्र राज्य से बाहर न जाकर यहां पर ही अपनी उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकें। लेकिन विवि अपने राज्यों के छात्र-छात्राओं को सीट उपलब्ध तक नहीं करवा पा रहा है। कहा कि छात्रों के परीक्षा केंद्र दिल्ली, मेरठ, हल्द्वानी शहर से बाहर पड़ रहे हैं। जिससे छात्रों पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है।

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