कांग्रेस ने दिया विधानसभा से बर्खास्त कर्मचारियों को समर्थन

देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा से बर्खास्त बैकडोर कर्मचारियों के आंदोलन को कांग्रेस नेताओं ने समर्थन दिया। 2016 के बाद की भर्तियों पर कार्रवाई को लेकर विधानसभा अध्यक्ष की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। विधानसभा के समीप बर्खास्त कर्मचारियों ने अपना धरना गुरुवार को 11वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान कांग्रेस के पूर्व दर्जाधारी बिट्टू कर्नाटक सहित कई नेता धरना स्थल पहुंचे और समर्थन दिया। कांग्रेस नेताओं ने निर्णय लिया कि वह कार्मिकों के साथ अनिश्चितकालीन रूप से धरने पर बैठेंगे। कर्नाटक ने कहा कि कोटिया कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से लिखा कि 2001 से 2022 तक सभी नियुक्तियों एक ही प्रकार से हुई हैं। ऐसे में कार्रवाई केवल 2016 और 2022 की भर्तियों पर ही क्यों की गई। यह विधानसभा अध्यक्ष के दोहरा चरित्र को दर्शाती है। उन्होंने चेतावनी दी कि बर्खास्त कर्मचारियों के साथ न्याय नहीं होता है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। 2016 से पहले की भर्ती पर विधानसभा अध्यक्ष ने तीन माह में कोई भी विधिक राय नहीं ली है, जबकि कुछ कर्मचारियों को एक झटके में बाहर कर दिया। मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह कार्की, गिरीश सिंह, दीप्ति पांडे, तुशांत बिष्ट, बबीता भंडारी, हरीश चंद्र भट्ट, आशीष शर्मा, निहारिका उनियाल, लक्ष्मी चिराल, अमित मंमगाई, कुंदन सिंह आदि मौजूद थे।