चीन में मिला ‘सोने का झरना’, अद्भुत तस्वीरों को देख दुनिया हैरान, क्या है गोल्डेन वाटरफॉल का रहस्य?

बीजिंग। कुदरत हमें अचानक हमें किन किन नजारों से परिचित करवा दे, कोई कह नहीं सकता है और ऐसे भी कहा जाता है, कि प्रकृति के गर्भ में इतने राज छिपे हैं, जिसे दुनिया करोड़ों साल तक नहीं समझ पाएगी। ऐसा ही एक नजारा चीन में देखने को मिला है, जहां का एक प्रसिद्ध झरना अचानक सोने के रंग में बदल गया।

चीन के गुआंग्शी जुआंग स्वायत्त क्षेत्र में, जो वियतनाम की सीमा से लगता है, वहां पर विश्व का मशहूर झरना डेटियान अंतरराष्ट्रीय जलप्रपात बहता है और यही झरना अचानक सोने के रंग में बदल गया। डेटियान वाटरफॉल को विश्व का चौथा सबसे बड़ा जलप्रपात माना जाता है और ये चीन से वियतनाम की तरफ बहता है।
26 मई 2022 को डेटियान वाटरफॉल अचानक सोने के रंग में बदल गया और ऐसा लगने लगा कि झरने से पानी नहीं, बल्कि पिघला हुआ सोना बह रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, डेटियान वाटरफॉल में पानी की मात्रा अचानक काफी ज्यादा बढ़ गई और जब गहरे और बहते पानी पर सूरज की रोशनी पड़ी, तो ये पूरी तरह से सोने के समान दिखने लगा। डेटियान वाटरफॉल के अचानक सोने के रंग में बदलने से वहां पर लोगों की भीड़ लग गई।

डेटियान वाटरफॉल विश्व का चौथा और एशिया का सबसे बड़ा जलप्रपात है, जो चीन से निकलकर वियतनाम तक बहता है। सबसे खास बात ये है, कि जिस इलाके में ये झरना बहता है, वो क्षेत्र काफी ज्यादा प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात हैं और पर्यटकों के बीच ये क्षेत्र हमेशा से प्रख्यात रहा है। वहीं, कई प्रसिद्ध चोटियों के बीच बहने की वजह से इस झरने को विश्व का सबसे आकर्षक और सुंदर झरना भी कहा जाता है और जब इस झरने की सोने जैसी तस्वीरें सामने आईं, तो ये काफी ज्यादा वायरल हो गया।

डेटियान वाटरफॉल दो हिस्सों में बंटा हुआ है। चीन के गुइचुन नदी से निकलने वाला इस झरने का मुख्य हिस्सा चीन में ही बहता है और फिर ये वियतनाम के एक नदी से मिल जाता है और वियतनाम में बहता है। वियतनाम की राजधानी हनोई से करीब 270 किलोमीटर की दूरी पर ये झरना बहता है। हजारों साल से बहने की वजह से इस झरने के पत्थर अब काफी ज्यादा घिस चुके हैं।

डेटियन जलप्रपात की सुंदरता लगातार बदलती रहती है और सुबह, दोपहर और रात, तीनों वक्त ये जलप्रपात अलग अलग तरह का दिखाई देता है, लेकिन भव्यता बनी रहती है। दोपहर के समय पानी से टकराकर सूरज की रोशनी एक अलग ही छवि का निर्माण करती है और इस बार पानी बढऩे से ये सोने के रंग में बदल गया। वहीं, 50 मीटर की ऊंचाई से गिरने की वजह पहाड़ों के बीच जह इसकी आवाज गूंजती है, तो वो किसी म्यूजिक जैसे लगता है।

जब सूरज डूबता है, तो ऐसा लगता है, मानो सूरज झरने के ठीक ऊपर लटक गया है और उस वक्त चांदी के पर्दे की तरह चांदी की छाया में ऊंचा झरना रंगा दिखाई पड़ता है। चांदी के झरने के सामने नारंगी सूर्यास्त और चमक एक अद्भुत नजारे का निर्माण करती है। सुबह-सुबह आप एक ही समय में इंद्रधनुष और चांदी के झरने की शोभा देख सकते हैं। जब ये झरना घाटी में टकराता है और इसके छींटे पहाड़ में कोहरा बनाते हैं, और उस समय पूर्व में सूर्य के उदय के साथ ये झरना कोहरे का निर्माण करता है, जिसकी वजह से घाटी के बीच इंद्रधनुष का निर्माण होता है और ये प्रकृति की एक ऐसी कला है, जिसपर सिर्फ मुग्ध हुआ जा सकता है।


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