चीन ने तैयार की कोरोना वैक्सीन!

डब्ल्यूएचओ का मिला समर्थन

पेइचिंग,27 सितंबर। कोरोना वायरस के मामले भारत समेत दुनियाभर में बढ़ते जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 60 लाख के करीब पहुंच गई है। वहीं इस बीच कोरोना वैक्सीन को खोजने का काम भी तेजी से चल रहा है। इसी बीच चीन से कोविड-19 वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। दुनियाभर में वैश्विक महामारी के तांडव के बीच चीनी कोरोना वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ का साथ मिल गया है।
सूत्रों के मुताबिक चीन अपनी कोरोना वैक्सीन को लेकर बहुत आश्वस्त है। चीन का कहना है कि ट्रायल से अलग चुनिंदा लोगों को वैक्सीन देने के उसके फैसले का विश्व स्वास्थ्य संगठन ने समर्थन किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई से ही चीन ट्रायल से इतर अलग-अलग समूहों को वैक्सीन की खुराक दे रहा है। हालांकि, कई विशेषज्ञ इस कदम की आलोचना कर चुके हैं। चीन ने बीते जुलाई में ही वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी।
सूत्रों के मुताबिक चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के अधिकारी झेंग झोंगवेई के मुताबिक, जून में ही चीन ने डब्ल्यूएचओ को अपनी वैक्सीन की जानकारी भेज दी थी। चीन ने इमरजेंसी एप्रूवल के तहत आवश्यक सेवाओं से जुड़े लाखों कर्मचारी और हाई रिस्क ग्रुप के काफी लोगों को कोरोना वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। हालांकि, अब तक चीनी वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल का रिजल्ट नहीं आया है जिससे कि वैक्सीन के सुरक्षित या प्रभावी होने के गुण साबित हो सके।
डब्ल्यूएचओ के असिस्टेंट डायरेक्टर जनरल डॉ. मरिअनजेला सिमाओ का कहना है कि विभिन्न देशों को अपने मेडिकल प्रोडक्ट के इमरजेंसी उपयोग की इजाजत देने का अधिकार है। वहीं, डब्ल्यूएचओ की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन ने इसी महीने कहा था कि कोरोना वायरस वैक्सीन का इमरजेंसी एप्रूवल अस्थाई हल है। लंबे वक्त तक वैक्सीन इस्तेमाल के लिए फेज-3 ट्रायल पूरा किए जाने की जरूरत होती है।

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