ब्राह्मण समाज ने लगाए गंभीर आरोप

रुड़की।  भारतीय ब्राह्मण समाज के नाम से चल रही संस्था की रुड़की इकाई में विवाद लगातार गहराता जा रहा है। वर्तमान में खुद को निर्वाचित कार्यकारिणी बताने वाले पदाधिकारियों ने रविवार को प्रेस वार्ता की और कहा कि पूर्व अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी अभी भी खुद को कार्यकारिणी के पदों पर बता रहे हैं। रुड़की के परशुराम भवन में पत्रकारों से वार्ता में खुद को भारतीय ब्राह्मण समाज की रुड़की इकाई का मौजूदा अध्यक्ष बताते हुए सतीश शर्मा ने कहा कि समाज के 15 संरक्षकों में से 12 ने उन्हें सर्वसम्मति से 5 जून 2021 को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी थी। जिसके बाद उन्होंने कार्यकारिणी का गठन भी किया। सतीश शर्मा के अनुसार बीते वर्ष जून में अपना कार्यकाल खत्म कर चुके पदाधिकारी अभी भी खुद को मौजूदा पदाधिकारी बता रहे हैं। जबकि नियमानुसार उनका दो साल का कार्यकाल पूरा हो चुका है। साथ ही कहा कि पिछली कार्यकारिणी ने गलत तरीके से कार्यकाल बढ़ाकर तीन साल कर लिया। जो कि न्यायसंगत नहीं था। उन्होंने कहा कि पूर्व पदाधिकारी अगर खुद को मौजूदा पदाधिकारी बताना बंद नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही आरोप लगाया कि पिछली कार्यकाल में कार्यकारिणी और आमसभा की बैठक तक नहीं हुई। परशुराम के मंदिर के स्थानांतरण का निर्णय भी स्वयं ही ले लिया गया। सतीश शर्मा ने निर्माण कार्य में लाखों रुपये खुर्द बुर्द करने के आरोप लगाए। आरोप लगाया कि भारतीय ब्राह्मण समाज एक पंजीकृत संस्था है। इसे ट्रस्ट में तबदील कर परशुराम भवन की करोड़ों की जमीन को औने-पौने दामों में बेचने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ब्रहामण समाज सम्बन्धी जो भी निर्णय लिया जाएगा वह नई कार्यकारिणी लेगी। दावा किया कि पूरा समाज उनके साथ है और उनकी कार्यकारिणी समाज की संपत्ति को खुर्द बुर्द नहीं होने देगी। इस मौके पर पूर्व चैयरमैन पंडित दिनेश कौशिक, बिटटू शर्मा, पार्षद जेपी शर्मा, सुधीर शांडिल्य, पंडित रोहित शर्मा, अवनीश शर्मा, पवन कुमार शर्मा, वरुण शर्मा, प्रमोद शर्मा, शोभित गौतम, राजकुमार शर्मा, अरविंद गौतम, अवनीश शर्मा, विशाल शर्मा, सरवन शर्मा और रत्नाकर शर्मा आदि मौजूद रहे।


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