बिजली के स्मार्ट मीटर योजना को वापस लिए जाने की मांग

श्रीनगर गढ़वाल(आरएनएस)।  प्रदेश में लग रहे बिजली के स्मार्ट मीटर के विरोध में आइसा छात्र संगठन ने बुधवार को उपजिलाधिकारी श्रीनगर नुपूर वर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में गढ़वाल विवि की छात्रा प्रतिनिधि प्रियंका खत्री, आइसा नगर सचिव समरजीत रावत, शिवांक नौटियाल, अरूणेश मिश्रा और वैष्णवी सेमवाल ने कहा कि बिजली चोरी रोकने का तर्क देकर जो स्मार्ट मीटर लगाए जाने की योजना बनाई गई है वह केवल लोगों को गुमराह करने और यूपीसीएल के निजीकरण और भविष्य में इन मीटरों को प्रीपेड बनाने की कोशिशें ही प्रतीत हो रही हैं। कहा कि सरकार पहले ही कई बार बिजली दरों में वृद्धि करके आम जनता के लिए मुश्किलें खड़ी की गई हैं और स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की योजना पर काम कर उपभोक्ताओं को परेशानियों में डालने का काम कर रही है। कहा कि राज्य सरकार की यह नीति कुल मिलाकर विद्युत विभाग के निजीकरण और जनता पर भारी बिजली बिलों के बोझ को डालने का काम करेगी। उन्होनें सरकार से स्मार्ट मीटर योजना को रद्द किए जाने और बिजली मीटरों की पुरानी पद्धति जारी किए जाने, यूपीसीएल के निजीकरण ठेकाकरण की कोई भी कोशिश बंद की जाने, लगातार जारी लो वोल्टेज की समस्या और उसके बावजूद बिजली बिलों में भारी बढ़ोत्तरी पर रोक लगाई जाने,बिजली दरों में किसी भी तरह की वृद्धि न किए जाने और विद्युत बिलों में मीटर रीडिंग के अतिरिक्त लगाये जाने वाले फिक्स चार्ज को समाप्त किया जाने की मांग की। कहा कि मांगों पर तत्काल प्रभाव से निर्णय लेते हुए भाकपा माले राज्य में बड़े जन आंदोलन करने को बाध्य होगी।

error: Share this page as it is...!!!!
Exit mobile version