भोजनमाताओं ने सरकार के खिलाफ निकाली आक्रोश रैली

विकासनगर(आरएनएस)। भोजन माता संगठन ने मानदेय बढ़ाने समेत उन्हें सेवा से बर्खास्त नहीं करने की मांग को लेकर रविवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय विद्यालय हरबर्टपुर से आक्रोश रैली निकाली। तहसील मुख्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया।
भोजनमाता संगठन की प्रदेश अध्यक्ष उषा देवी ने कहा कि वर्ष 2021 में तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने भोजनमाता को पांच हजार रुपये मानदेय की घोषणा की थी, लेकिन उस पर अभी तक अमल नहीं किया गया। जिससे भोजनमाता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं। कहा कि पांच हजार मानदेय के लिए जल्द शासनादेश जारी करने के बजाय अब एक नया फरमान जारी कर उन्हें बेरोजगार करने की कोशिश की जा रही है। बताया कि राज्य परियोजना निदेशक ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जिन भोजनमाताओं के बच्चे संबंधित विद्यालय में अध्ययनरत नहीं हैं, उन्हें सेवा में नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि करीब बीस साल से कार्यरत भोजनमाताओं के बच्चों का संबंधित विद्यालय में अध्ययनरत होना संभव नहीं है। ऐसे सभी भोजनमाताओं के रोजगार पर संकट मंडरा रहा है। लिहाजा इस आदेश को वापस लेकर भोजनमाताओं का मानदेय बढ़ाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें बीमा लाभ भी दिया जाना चाहिए। अधिकांश विद्यालयों में एक ही भोजनमाता कार्यरत होने के चलते वे पूरे वर्षभर बिना अवकाश लिए काम करती हैं, बावजूद सरकार उनकी समस्याओं के निदान के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने पर्वतीय इलाकों में ईंधन के लिए अतिरिक्त मानदेय दिए जाने की मांग की है। रैली में माधुरी तोमर, अंबिका, संजू, राधा थापा, शिमला, माया भटनागर, रेखा, पिंकी आदि शामिल रहे।